Gyanvapi : देवी-देवताओं को संरक्षित करने पर सुनवाई शुरू,किए गए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त

कोर्ट में सुनवाई चल रही है. डीजीसी सिविल ने जवाबी आपत्ति दर्ज कराई है। कोर्ट परिसर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।

ज्ञानवापी मामले में वाराणसी जिला न्यायाधीश की अदालत में आज दोपहर 2 बजे से सुनवाई शुरू हो गई है। आप को बताते चले की सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सबकी निगाहें जिला जज के कोर्ट पर टिकी है. इस मामले में कोर्ट को आठ हफ्ते में सुनवाई करने का निर्देश दिया गया है। ज्ञानवापी परिसर में मां श्रृंगार गौरी की नित्य पूजा की अनुमति व अन्य देवी-देवताओं की रक्षा के संबंध में दायर याचिका की सुनवाई जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेस की कोर्ट में सुनवाई चल रही है. डीजीसी सिविल ने जवाबी आपत्ति दर्ज कराई है। कोर्ट परिसर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।

इसे भी पढ़े-मध्य प्रदेश : भीख मांगने के लिए एक भिखारी ने ख़रीदी मोपेड गाड़ी, जाने लोग क्यों कर रहे सैल्यूट ?

चारों वादी महिलाएं भी कोर्ट पहुंची

ज्ञानवापी मामले की सुनवाई शुरू होते ही कोर्ट परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. कोर्ट रूम सिर्फ ज्ञानवापी केस में शामिल लोगों को ही प्रवेश मिला है। अधिवक्ताओं के सहयोगियों को कोर्ट रूम से बाहर रोका गया है। चारों वादी महिलाएं भी कोर्ट पहुंच चुकी हैं।

महंत ने कोर्ट में दिया आवेदन

ज्ञानवापी में मिलने वाले शिवलिंग के दर्शन-पूजन व राग भोग सेवा के लिए जिला जज की की अदालत में काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत कुलपति तिवारी ने रूल एक नियम 10 के तहत पक्षकार बनने का आवेदन दिया. ज्ञानवापी मामले की सुनवाई के लिए दोनों पक्षों के वकील जिला जज की अदालत में पहुंच चुके हैं।

Related Articles

Back to top button