#HathrasCase : 28 साल बाद आया ये फैसला, कोर्ट ने सभी को माना दोषमुक्त
खून से लथपथ मेरी बेटी मेरे हाथों में थी। उसके शरीर से खून बहता जा रहा था मैं अपने साड़ी के आंचल से खून पोछती जा रही थी..पर खून है कि रुकने का नाम नहीं ले रहा था।
खून से लथपथ मेरी बेटी मेरे हाथों में थी। उसके शरीर से खून बहता जा रहा था मैं अपने साड़ी के आंचल से खून पोछती जा रही थी..पर खून है कि रुकने का नाम नहीं ले रहा था। मेरी गुड़िया की दर्द से कहराती आवाज़ मेरे कानों को चीर रही थी पर दिमाग और आंखे एक दूसरे का साथ नहीं दे रही थी कि क्या ये खून से लतपत मेरी ही बेटी है जिसे मैंने आखिरी बार देखा था ये वो तो नहीं है..
उनके शरीर से खून नहीं निकल रहा था
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की माँ ने कहा कि पीड़िता के कपड़े खून से लथपथ थे। करीब 3 बजे उसी कपड़ों में अलीगढ़ अस्पताल पहुंची थी। अलीगढ़ अस्पताल के अनुसार पीड़िता को रात में लाया गया था और उनके शरीर से खून नहीं निकल रहा था।
वहीं, पीड़िता के भाई ने कहा कि पुलिस ने दीदी के लिए एंबुलेंस भी नहीं मंगाई थी। बहन जमीन पर लेटी हुई थी। पुलिसवालों ने कह दिया था कि इन्हें यहां से ले जाओ। ये बहाने बनाकर लेटी हुई है। FIR के लिए हमें 8-10 दिन तक इंतजार करना पड़ा था। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस एक आरोपी को पकड़ती थी और दूसरे को छोड़ देती थी. धरना-प्रदर्शन के बाद आगे की कार्रवाई हुई और आरोपियों को घटना के 10-12 दिन बाद पकड़ा गया।
एम्बुलेंस के आगे लेट गयी थी माँ
अपनी बेटी को जी भर कर देखने के लिए पीड़िता की माँ एम्बुलेंस के आगे लेट गयी। बिलखने लगी,रोने लगी,चिल्लाने लगी। पीड़ित माँ बिलख बिलख कर बच्ची की अंतिम विदाई की भीख मांग रही। लेकिन मामला को रफ़ा दफा करने में जुटे अफसर रात में अंतिम संस्कार कराने पर आमादा थे।
पुलिसवालों से जबरन मेरी बहन का अंतिम संस्कार करा दिया
गैंगरेप पीड़िता के भाई ने कहा कि हमने पुलिस को कहा कि हम सुबह अंतिम संस्कार करेंगे,ताकि और भी रिश्तेदार आ जाए लेकिन वे नहीं माने और हमें तुरंत अंतिम संस्कार करने के लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि 24 घंटे हो गए है और उसकी बॉडी खराब हो रही है आपको तुरंत करना चाहिए। हम उत्तर प्रदेश सरकार से कहेंगे कि न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषियों को फांसी होनी चाहिए। डर की वजह से हम अंदर(घर के) हैं, प्रशासन ने बहुत दबाव डाला हुआ है।
मंगलवार को इलाज के दौरान हुई थी मौत
आपको बता दें कि हाथरस गैंगरेप पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गयी थी। चंदपा थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप की घटना हुई थी।
मरने से पहले पीड़िता ने दिया ये बयान
हाथरस गैंगरेप पीड़िता (Hathras gang-rape) ने मरने से पहले बयान दिया था। मृतक हाथरस गैंगरेप पीड़िता ने अपने बयान में कहा था कि आरोपी रवि ने पहले भी उसका बलात्कार करने का प्रयास किया था। जिसमे वो असफल रहा क्योकि मृतक हाथरस गैंगरेप पीड़िता वहां से भाग निकली थी। हाथरस गैंगरेप पीड़िता ने आगे कहा कि आरोपी रवि ने उसे फ़ोन किया था और पूछा था कि कुछ हुआ…
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