कानपुर में बड़ा हादसा- चार मंजिला इमारत ढही, NDRF टीम मौके पर पहुंची…
Four-storey building collapsed Kanpur:- कानपुर के थाना मूलगंज अंतर्गत हटिया बाजार में देर शाम के चार मंजिला इमारत बरसात के चलते गिर गई।
Four-storey building collapsed Kanpur:-
कानपुर के थाना मूलगंज अंतर्गत हटिया बाजार में देर शाम के चार मंजिला इमारत बरसात के चलते गिर गई। इमारत लगभग 100 साल पुरानी थी इमारत गिरने से घर के अंदर मौजूद माँ और बेटी इमारत गिरने से मौत हो गई है। स्थनीय लोगो द्वारा मामले की जानकारी पुलिस को दी गईं.
सूचना मिलते ही एसएसपी डीएम समेत कई आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और अंदर फसी माँ बेटी को निकालने के लिए नगर निगम, फायर बिग्रेड, आर्मी के साथ एनडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लगभग 4 घंटे में माँ और बेटी को बाहर निकाला गया मगर मलवे में दबे होने के कारण माँ बेटी की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही घर मे कोहराम मच गया।
एसएसपी कानपुर प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि 4 घंटे में रेस्क्यू करके माँ बेटी के शव को बाहर निकाल लिया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
- देर रात पुलिस, दमकल, नगर निगम के साथ सेना भी राहत बचाव कार्य में जुटी है।
- लखनऊ से 22 सदस्यीय एसडीआरएफ की टीम भी रवाना हो गई है।
- डीएम, डीआईजी समेत पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी भी मौजूद हैं।
गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे मकान दरकने लगा
- हटिया बर्तन बाजार में 50 वर्षीय मीना गुप्ता अपने परिवार के साथ तीसरे मंजिल पर रहती थीं।
- उनकी बीस वर्षीय बेटी प्रीति, व दो बेटे रिंकू और राहुल भी साथ में रहते हैं।
- उनके पति राम शंकर की मौत हो चुकी है।
- राम शंकर के भाई गणेश शंकर और प्रेम शंकर का परिवार भी इसी मकान में रहता है।
- भारी बारिश की वजह से गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे मकान दरकने लगा।
पुलिस, दमकल, नगर निगम की टीमें पहुंच राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया
- मकान में मौजूद सभी लोग बाहर भागे लेकिन मीना और प्रीति उसी में रह गए।
- तब तक मकान का आधे से अधिक हिस्सा ढह गया।
- मां-बेटी मलबे में दब गए थे।
- सूचना पर पुलिस, दमकल, नगर निगम की टीमें पहुंच राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
- डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी, डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह समेत अन्य अफसर पहुंचे।
लखनऊ से 22 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम भी रवाना हुई
- मलबा अधिक होने की वजह से मां-बेटी को निकलना मुश्किल हो रहा था.
- इसलिए सेना को भी बुलाया गया।
- कुछ देर बाद लखनऊ से 22 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम भी रवाना हुई।
- जो देर रात घटना स्थल पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई।
- देर रात तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा।
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