राम मंदिर की आधारशिला- PM मोदी बोले- बरसों तक रामलला टेंट में रहे थे, लेकिन अब भव्य मंदिर बनेगा…

राम मंदिर की आधारशिला- PM मोदी बोले- बरसों तक रामलला टेंट में रहे थे, लेकिन अब भव्य मंदिर बनेगा...

foundation stone Ram temple PM Modi said ayodhya :-राम मंदिर की आधारशिला- PM मोदी बोले- बरसों तक रामलला टेंट में रहे थे, लेकिन अब भव्य मंदिर बनेगा…

foundation stone of Ram temple- PM Modi said
PM Modi
foundation stone Ram temple PM Modi said ayodhya:-
  • अयोध्या. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है मुझे ट्रस्ट ने ऐतिहासिक पल के लिए आमंत्रित किया.
  • मेरा आना स्वभाविक था, आज इतिहास रचा जा रहा है.
  • आज पूरा भारत राममय है, हर मन दीपमय है.
  • पीएम ने कहा कि राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम…सदियों का इंतजार समाप्त हो रहा है.

हनुमान जी के आशीर्वाद से श्री राममंदिर भूमि पूजन का ये आयोजन शुरू हुआ है

प्रधानमंत्री ने कहा-‘यहां आने से पहले, मैंने हनुमानगढ़ी का दर्शन किया. राम के सब काम हनुमान ही तो करते हैं. राम के आदर्शों की कलियुग में रक्षा करने की जिम्मेदारी भी हनुमान जी की ही है. हनुमान जी के आशीर्वाद से श्री राममंदिर भूमि पूजन का ये आयोजन शुरू हुआ है.’

राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति का आधार हैं

PM ने कहा- ‘आप भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए. इमारतें नष्ट कर दी गईं, अस्तित्व मिटाने का प्रयास भी बहुत हुआ, लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति का आधार हैं.’

राम मंदिर का पोस्टल स्टैंप जारी किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन से पहले राम मंदिर का पोस्टल स्टैंप जारी किया और उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक से भेजी गई लकड़ी की श्री राम की प्रतिमा भेंट की.

आज का ये दिन करोड़ों रामभक्तों के संकल्प की सत्यता का प्रमाण है।

आज का ये दिन सत्य, अहिंसा, आस्था और बलिदान को न्यायप्रिय भारत की एक अनुपम भेंट है- PM

इसी मर्यादा का अनुभव हमने तब भी किया था जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था।

हमने तब भी देखा था कि कैसे सभी देशवासियों ने शांति के साथ, सभी की भावनाओं का ध्यान रखते हुए व्यवहार किया था ।

आज भी हम हर तरफ वही मर्यादा देख रहे हैं-PM

कोरोना से बनी स्थितियों के कारण भूमिपूजन का ये कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है,श्रीराम के काम में मर्यादा का जैसा उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए, देश ने वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है-PM

जैसे पत्थरों पर श्रीराम लिखकर रामसेतु बनाया गया, वैसे ही घर-घर से,गांव-गांव से श्रद्धापूर्वक पूजी शिलाएं, यहां ऊर्जा का स्रोत बन गई हैं।

देश भर के धामों और मंदिरों से लाई गई मिट्टी और नदियों का जल, वहां के लोगों,वहां की संस्कृति और वहां की भावनाएं,आज यहां की शक्ति बन गई हैं-PM

जिस तरह दलितों-पिछ़ड़ों-आदिवासियों, समाज के हर वर्ग ने आजादी की लड़ाई में गांधी जी को सहयोग दिया,

उसी तरह आज देशभर के लोगों के सहयोग से राम मंदिर निर्माण का ये पुण्य-कार्य प्रारंभ हुआ है-PM

नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा, बल्कि इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है

इस मंदिर के साथ सिर्फ नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा, बल्कि इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है।

जिस तरह गिलहरी से लेकर वानर और केवट से लेकर वनवासी बंधुओं को भगवान राम की विजय का माध्यम बनने का सौभाग्य मिला- PM

इस मंदिर के साथ सिर्फ नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा, बल्कि इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है,

जिस तरह गिलहरी से लेकर वानर और केवट से लेकर वनवासी बंधुओं को भगवान राम की विजय का माध्यम बनने का सौभाग्य मिला- PM

श्री रामचंद्र को तेज में सूर्य के समान,

क्षमा में पृथ्वी के तुल्य,

बुद्धि में बृहस्पति के सदृश्य.

और यश में इंद्र के समान माना गया है।

श्रीराम का चरित्र सबसे अधिक जिस केंद्र बिंदु पर घूमता है, वो है सत्य पर अडिग रहना।

इसीलिए ही श्रीराम संपूर्ण हैं- PM

श्रीराम ने सामाजिक समरसता को अपने शासन की आधारशिला बनाया था

उन्होंने गुरु वशिष्ठ से ज्ञान,

केवट से प्रेम,

शबरी से मातृत्व,

हनुमानजी एवं वनवासी बंधुओं से सहयोग और

प्रजा से विश्वास प्राप्त किया।

यहां तक कि एक गिलहरी की महत्ता को भी उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया-PM

उनकी दार्शनिक दृष्टि युगों-युगों तक प्रेरित करते रहेंगे।

उनका अद्भुत व्यक्तित्व,

उनकी वीरता, उनकी उदारता

उनकी सत्यनिष्ठा, उनकी निर्भीकता,

उनका धैर्य, उनकी दृढ़ता,

उनकी दार्शनिक दृष्टि युगों-युगों तक प्रेरित करते रहेंगे।

राम प्रजा से एक समान प्रेम करते हैं लेकिन गरीबों और दीन-दुखियों पर उनकी विशेष कृपा रहती है-PM

गाजियाबाद- जिला अस्पताल के CMS डॉ. अनुराग भार्गव कोरोना पॉजिटिव…

जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है, जहां हमारे राम प्रेरणा न देते हों।

ऐसी कोई भावना नहीं है जिसमें प्रभु राम झलकते न हों

भारत की ऐसी कोई भावना नहीं है जिसमें प्रभु राम झलकते न हों।

आस्था में राम हैं, भारत के आदर्शों में राम हैं!

दिव्यता में राम हैं, भारत के दर्शन में राम हैं-PM

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