महोबा : न्याय के लिए सरकारी चौखटों में भटकता मजबूर बाप, अफसरों से मदद की गुहार
मजबूर पिता अपने बेटे की राह पिछले 6 महीनों से देख रहा है, डीएम ने उचित न्याय दिलाए जाने का भरोसा दिया
उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में पलायन एक बड़ी बीमारी के रूप में पर अपना स्थान बना चुका है। बेरोजगारी और गरीबी के चलते हर साल कई हजार परिवारों को दिल्ली हरियाणा गुजरात और मध्य प्रदेश मे आने वाले कई महानगरों की तरफ रूख करना पड़ता है। जिसके चलते उन्हें कई बार इन परिवारों को ठगी का शिकार भी बनाया जाता है।
ऐसा ही एक मामला जनपद से भी निकलकर सामने आया है। जहां मजबूरी के चलते परदेश गए बेटे की घर वापसी को लेकर एक पिता को सरकारी अफसरों से मदद की गुहार लगानी पड़ रही है। मामला महोबा जनपद के कुलपहाड़ थानाक्षेत्र के पहाड़िया गांव का है। जहां एक मजबूर पिता अपने बेटे की राह पिछले 6 महीनों से देख रहा है।
पहाड़िया गांव के विनोद कुमार अहिरवार का पुत्र मध्य प्रदेश के सतना स्थित के0के0 स्ंपान गीगा पाईप इण्डिया में 19 हजार रूपए प्रति माह के वेतन पर काम करने के लिए 6 महीने पूर्व गया था। जिसके बाद से लगाकर आजतक न तो उसके पुत्र को कंम्पनी ने कोई भुगतान दिया। न ही उसे उसके गांव में रह रहे परिवार के पास भेजा जा रहा है।
पीड़ित पिता का आरोप है की कम्पनी द्वारा जबरन उसके बेटे को रोककर रखा गया है। जिलाधिकारी की चौखट पर एक संस्था के सदस्यों के साथ पहुंचे इस पिता ने बेटे को उसके परिवार तक पहुँचाने की मदद मांगी है। जिसको लेकर डीएम महोबा सत्येंद्र कुमार ने मजबूर पिता को हर संभव मदद देने के साथ ही उचित न्याय दिलाए जाने का भरोसा दिया है।
रिपोर्टर : ऋतुराज राजावत
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