खट्टर सरकार के लिए मुसीबत बनेंगे ये MLA, किसानों ने समर्थन वापस लेने के लिए कही ये बड़ी बात…

आंदोलनरत किसानों के द्वारा बुलाए गए किसान दिवस के आंदोलन के दौरान हरियाणा के फतेहाबाद में हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा हुए और एक किसान पंचायत बुलाई गई.

कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान(farmers) सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहे हैं. आंदोलनरत किसानों के द्वारा बुलाए गए किसान दिवस के आंदोलन के दौरान हरियाणा के फतेहाबाद में हजारों की संख्या में किसान इकट्ठा हुए और एक किसान पंचायत बुलाई गई. इस दौरान किसानों ने कुछ देर के लिए सांकेतिक धरना भी दिया और फतेहाबाद शहर के बीचों-बीच सड़कों को भी जाम किया. इसके बाद बीजेपी के स्थानीय विधायक दूड़ाराम के घर जाकर उनको ज्ञापन सौंपा और उन्हें कहा कि, किसानों(farmers) और मजदूरों के वोट हासिल करके वो विधायक बने हैं. ऐसे में जब केंद्र सरकार किसान(farmers) और मजदूरों के खिलाफ कृषि कानूनों को लेकर आ रही है तो तमाम विधायकों को भले ही वो बीजेपी के हो या बीजेपी को समर्थन दे रही जननायक जनता पार्टी के या फिर निर्दलीय विधायक, सभी को हरियाणा सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए.

अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के साथ 25 दिसंबर को संवाद करेंगे. पीएम मोदी इस बार उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ ये संवाद पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के मौके पर करेंगे. इसके लिए यूपी में करीब ढाई हजार चौपाल लगाई जाएंगी. जिसके लिए बीजेपी इन किसानों(farmers) से संपर्क करने के लिए अभियान चलाएगी. पीएम मोदी किसानों के साथ संवाद के दौरान कृषि कानून से जुड़ी खूबियों को बताएंगे और विस्तार से समझाएंगे कि, ये कानून किस तरह से उनके हित में हैं. पीएम मोदी का ये किसानों(farmers) के साथ संवाद कार्यक्रम बहुत बड़े स्तर पर किया जाएगा. इसके लिए सिर्फ अवध क्षेत्र में 377 जगह पर कार्यक्रम होंगे और पूरे यूपी में ढाई हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे.

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वहीं आपको बता दें कि, 25 दिसंबर को पीएम मोदी किसान सम्मान निधि की सातवीं किस्त भी जारी करेंगे. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी अवध के किसानों(farmers) से बात करेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश बीजेपी ने खास तैयारी की है. हर जिले में किसान संवाद का आयोजन किया जाएगा. ताकि कृषि कानूनों पर पीएम मोदी के संदेश को लोगों तक पहुंचाया जा सके.

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