आंदोलन के बीच पंजाब में किसानों ने Jio के 1500 टावरों में की तोड़फोड़, बताई जा रही है ये वजह…

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है।

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों (Farmers) का आंदोलन लगातार जारी है। इसी बीच सोमवार को पंजाब के कई इलाकों में आंदोलनकारी किसानों के करीब 1500 मोबाइल टावर (mobile towers) में तोड़-फोड़ करने के मामले सामने आए। अंबानी और अडानी के विरोध में पंजाब की कई जगहों पर किसानों ने रिलायंस जियो के टावर को नुकसान पहुंचाया, जिससे दूरसंचार संपर्क व्यवस्था पर काफी असर पड़ा है। साथ ही बिजली की गड़बड़ी या जनरेटर की चोरी के कारण भी कई जगह सेवा प्रभावित हई है।

वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश में मोबाइल टावरों (mobile towers) के साथ छेड़छाड़ और दूरसंचार सेवाओं को बाधित करने के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी। साथ ही मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को ऐसे तत्‍वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं।

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सीएम ने कहा कि किसी भी सरकारी या निजी संपत्ति का नुकसान सहन नहीं होगा। हम राज्य में किसी को भी कानून अपने हाथों में लेने और अराजकता फैलाने की आज्ञा नहीं देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कुल 1561 मोबाइल टावर (mobile towers) प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 25 टावरों में तोड़-फोड़ हुई है। अब तक 433 टावरों की मरम्मत की जा चुकी है। इससे बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। वर्क फ्रॉम होम में भी बाधा पहुंच रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अपील के बाद भी कोई खास असर नहीं दिखाई पड़ रहा है।

बता दें कि पंजाब में पिछले 24 घंटे में 176 से अधिक दूरसंचार टावरों (mobile towers) को नुकसान पहुंचाया गया। ऐसा बताया जा रहा है कि इसके पीछे नए कृषि कानूनों से मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी जैसे उद्योगपतियों को फायदा होने की वजह बताई जा रही है। इस आधार पर पंजाब के कई इलाकों पर रिलायंस जियो के टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है, जिससे दूरसंचार संपर्क व्यवस्था पर काफी असर पड़ा। हालांकि, यह अलग बात है कि अंबानी और अडाणी से जुड़ी कंपनियां किसानों से अनाज नहीं खरीदती हैं।

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वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य पुलिस ने टावर तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और ज्यादातर मामलों में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। टावर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (टीएआईपीए) ने कहा है कि कम से 1,600 टावर (mobile towers) क्षतिग्रस्त हुए हैं।

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