ट्रैक्टर रैली: जिन रास्तों पर दिल्ली पुलिस ने नहीं दी थी इजाजत, किसानों ने वहीं से…
सिंघु बॉर्डर से आउटर रिंग पर किसानों की ट्रैक्टर परेड का जुलूस पहुंच गया है. आउटर रिंग रोड पर पुलिस ने किसानों को रैली निकालने की अनुमति नहीं दी थी. लेकिन किसान सुबह से ही अड़े हुए थे. किसानों ने सड़क पर लगी बैरीकेड्स को तोड़कर आउटर रिंग रोड पर पहुंच गए और रैली निकाल रहे हैं.
सिंघु बॉर्डर से आउटर रिंग पर किसानों की ट्रैक्टर परेड का जुलूस पहुंच गया है. आउटर रिंग रोड पर पुलिस ने किसानों को रैली निकालने की अनुमति नहीं दी थी. लेकिन किसान सुबह से ही अड़े हुए थे. किसानों ने सड़क पर लगी बैरीकेड्स को तोड़कर आउटर रिंग रोड पर पहुंच गए और रैली निकाल रहे हैं.
किसानों ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि, पुलिस ने जिन रास्तों पर ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी. उसपर भी बैरीकेड्स लगा रखे थे. जिन्हें उन लोगों ने हटा दिए हैं. अब गणतंत्र दिवस की परेड खत्म हो चुकी है और पुलिस ने बैरीकेड्स हटा दिए है. अब वो लोग तय रूट पर परेड निकालेंगे.
वहीं किसानों और पुलिस के बीच मुकरबा चौक पर भी झड़प हो गई.किसानों का ट्रैक्टर मार्च, मुकरबा चौक से कंझावला जाने वाले था, लेकिन ऐन वक्त पर किसानों ने अपना रूट बदल दिया. वह आउटर रिंग रोड की ओर से बढ़ रहे हैं. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इसके साथ ही कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है.
देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. लोगों की निगाहें राजपथ के साथ ही दिल्ली की सीमाओं पर भी टिकी हुई हैं. क्योंकि इन सीमाओं पर पिछले दो महीने से कृषि का कानून को लेकर किसान (farmer) आंदोलन कर रहे हैं. किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं. पूरे देश से किसान दिल्ली बॉर्डर से परेड निकाल रहे हैं. इस दौरान किसानों की पुलिस के साथ कई जगह झड़प भी हुई. वहीं नोएडा मोड़ पर किसानों और पुलिस के बीच फिर से टकराव शुरू हो गया. किसान दिल्ली की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक दिया.
ट्रैक्टर रैली निकाल रहे किसानों (farmer) ने बैरीकेड तोड़ दिए. इसके बाद पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज शुरू कर दी. बता दें कि, पुलिस ने अक्षरधाम से पहले एनएच 24 पर बैरीकेडिंग की थी जिसे कुछ किसानों ने तोड़कर दिल्ली की तरफ जाने की कोशिश की.
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वहीं किसानों (farmer) ने ट्रैक्टर परेड को लेकर ऐलान किया कि, वो दिल्ली पुलिस के रूट पर रैली नहीं निकालेंगे बल्कि अपने रूट पर परेड निकालेंगेय किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा हमने दिल्ली पुलिस को 45 मिनट का टाइम दिया है. इसके साथ ही बता दिया गया है कि, हम बाहरी रिंग रोड पर जाएंगे, अब दिल्ली पुलिस को देखना है.
वहीं चिल्ला बॉर्डर पर स्टंट कर रहा एक ट्रैक्टर पलट गया जिसमें एक किसान घायल हो गया. मौके पर मौजूद लोगों ने ट्रैक्टर को सीधा करके किसी तरह से उसके नीचे दबे किसान को बाहर निकाला और इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए.
किसानों (farmer) के ट्रैक्टर मार्च में जेसीबी भी शामिल है और उसपर महिलाएं बैठी हुई है. ये जेसीबी रास्ते में पुलिस द्वारा पत्थरों से बंद किए गए रास्तों को साफ करते हुए रैली के लिए रास्ता बना रही है.
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