राकेश टिकैत ने गिरफ्तारी देने से किया इनकार, बोले- रास्ते में हमारे लोगों को पीटने का प्लान

गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने कहा कि वह गिरफ्तारी देना चाहते थे, लेकिन बीजेपी के विधायकों ने हमारे लोगों के साथ मारपीट की है. हमारे लोगों को रास्ते में पीटने की प्लानिंग है.

उत्तर प्रदेश में किसानों का धरना खत्म कराने का योगी सरकार ने आदेश जारी किया है. योगी सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस-प्रशासन को धरना (farmer protest) खत्म कराने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि यूपी के कई शहरों में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले दो महीने से जारी है. 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन (farmer protest) पर दाग लग गया और कई सवाल उठने लगे. ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद से किसान नेता निशाने पर हैं और कई किसान नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है.

गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने कहा कि वह गिरफ्तारी देना चाहते थे, लेकिन बीजेपी के विधायकों ने हमारे लोगों के साथ मारपीट की है. हमारे लोगों को रास्ते में पीटने की प्लानिंग है. राकेश टिकैत ने कहा कि अब हम यहां से नहीं जाएंगे. यहीं बैठेंगे.

दिल्ली पुलिस (delhi police) ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए स्पेशल सेल को मामला सौंप दिया है. इसके साथ ही 9 एफआईआर की जांच क्राइम ब्रांच की टीम करेगी. अभी तक करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें बलदेव सिंह सिरसा, योगेन्द्र यादव और भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत का नाम भी शामिल है.

भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों (farmer) को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन (farmer protest) शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा. किसानों को रास्ते से भटकाया गया है. आंदोलन (farmer protest) को तोड़ने की साजिश रची गई है. राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन ने किसानों को अपनी जाल में फंसाया, उन्हें उलझाया गया. हिंसा का शब्द हमारी सूची में नहीं है.

किसान (farmer) नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन ने आज माहौल खराब कर दिया है. लाइट बंद कर दी. डर का माहौल बनाया जा रहा है. इसलिए हम लोग यहां रात में जाग रहे हैं.प्रशासन चाहता है कि हमारा आंदोलन खत्म हो जाए. टिकैत ने दिल्ली पुलिस (delhi police) द्वारा एफआईआर दर्ज करने के सवाल पर कहा कि जब आंदोलन (farmer protest) कर रहे है, तब मामला दर्ज किया जाएगा. बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा अगर दिल्ली पुलिस (delhi police) जांच में शामिल होने के लिए बुलाती है तो जरूर जाएंगे. कुछ किसान (farmer) संगठनों के आंदोलन से पीछे हटने की बात पर उन्होंने कहा कि, गाजीपुर बॉर्डर पर बिजली कटते ही किसान (farmer) गायब हो गए.

यह भी पढ़ें- दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान आंदोलन के भविष्य पर उठ रहे हैं सवाल, अब एक और संगठन ने समाप्त किया धरना

दिल्ली में हुई ट्रैक्टर परेड (tractor parade) के दौरान हिंसा में घायल होने वाले पुलिस कर्मियों से गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की. उन्होंने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती जवानों से मिलकर हालचाल जाना. हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस (delhi police) के सैकड़ों जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. जहां उनका इलाज चल रहा है.

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