कौशांबी : मरीज की मौत पर हंगामा, डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप
कौशांबी में मंझनपुर मुख्यालय स्थित एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मासूम बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। उन्होंने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
कौशांबी में मंझनपुर मुख्यालय स्थित एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मासूम बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। उन्होंने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
लाखो रुपये एठने के बाद भी प्रयागराज (prayagraj ) से इंजेक्शन नही मंगवाया गया। जिससे मासूम की जिंदगी बचाई जा सके। हालांकि डॉक्टर ने कहा कि हमने पहले ही परिजनों से बता दिया था कि बच्चे का बचना मुश्किल हैं।
दिन तक उसका अस्पताल में इलाज चला
पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र के महावा गांव के राजेश का 13 वर्षीय बेटा धीरेंद्र कुमार को कुछ दिन पहले पैर में चोट लग गई थी। परिजन उसे 5 दिन पहले मंझनपुर के फॉर्च्यून हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाए थे। चिकित्सकों (doctors ) ने लोहा लगने से टिटनेस होने की जानकारी दी। 5 दिन तक उसका अस्पताल में इलाज चला। लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था।
चिकित्सकों ने इलाज के लिए एक लाख रुपये पहले ही जमा करा लिया था
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने किशोर का खाना और पानी(water ) बंद करवा दिया था। आज सुबह उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों ने इलाज के लिए एक लाख रुपये पहले ही जमा करा लिया था।
इलाज में कोई लापरवाही नहीं की गई
किशोर की मौत के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने शव बाहर निकाल दिया। काफी देर तक परिजन हंगामा करते रहे। इसके बाद शव लेकर परिजन घर लेकर चले गए। अस्पताल (hospital ) के चिकित्सक डॉ. सोहन लाल ने बताया कि हम लोगों ने इलाज किया था। लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। इलाज में कोई लापरवाही नहीं की गई।
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