बहुत बड़ी लापरवाही: स्वस्थ लोगों की रिपोर्ट दी कोरोना पॉजिटिव

मेरठ : एक तरफ जहाँ पूरा देश कोरो ना महामारी  रहा तो वहीँ दूसरी तरफ कुछ गैर ज़िम्मेदाराना रवैया अपना रहे हैं. मामला मेरठ ज़िले का हैं जहाँ मॉडर्न पैथोलॉजी लैब में कोविड-19 की जांच में बड़ी लापरवाही सामने आई है। कुक दिनों पूर्व बीते लैब ने आठ लोगों के सैंपल जांचने के बाद उनको कोरोना पॉजिटिव बताया। जब इन लोगों की सरकारी लैब में दोबारा जांच कराई गई तो छह लोग निगेटिव पाए गए। मासूम लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाली इस मॉर्डन पैथॉलॉजी का लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीएम अनिल ढींगरा ने शासन को संस्तुति भेज दी है।

मॉडर्न लैब के रानी मिल बागपत रोड पर दो सेंटर हैं। यह गुरुग्राम की कंपनी है। इस लैब में कोविड-19 जांच के लिए 3800 रुपये लिए जाते थे। सीएमओ डॉ. राजकुमार के अनुसार इस मॉडर्न लैब से अब तक 1253 सैंपल की जांच हुई है। इन 1253 सैंपल में से 24 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पूर्व कुछ दिन पहले एक महिला के सैंपल की जांच की गई तो वह निगेटिव आई जबकि इस लैब ने उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव दी थी।

डीएम अनिल ढींगरा के निर्देश पर पॉजिटिव आए सैंपलों की दोबारा जांच कराई गई। वहीँ सीएमओ का कहना है कि यह मशीनों का भी फाल्ट हो सकता है, लेकिन यह बड़ी लापरवाही है। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।

जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने कहा कि मॉडर्न लैब में कोविड-19 की जांच में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लैब का लाइसेंस निरस्त करवाने के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। पूरे मामले में सीएमओ से भी रिपोर्ट मांगी गई है।

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