एटा : आम जनमानस के बजट में आफत बनी बारिश, परिवार चलाना मुश्किल

बढ़ते दामों ने सब्जी विक्रेताओं व खरीदारों की बढ़ाई मुश्किलें, प्रतिदिन 10 किलो या 5 किलो आलू घर ले जाने वाले एक या 2 किलो ही ले रहे हैं

सब्जियों पर बढ़ती महंगाई ने आम जनमानस और सब्जी व्यापारियों का बजट बिगाड़ दिया है। हमने जब लोगों की रसोई से जुड़े सवाल पर पड़ताल की तो सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि जो परिवार प्रतिदिन 10 किलो या 5 किलो आलू अपने घर ले जाते थे वह एक या 2 किलो आलू ही घर ले जा पा रहे हैं। जिससे आलू की बिक्री पर भी फर्क पड़ा है और खरीददार भी कम हुए हैं।

इसी तरीके से सब्जी विक्रेता ने बताया सब्जियों में टमाटर पर बढ़ते मूल्य, प्याज पर बढ़ते मूल्य, हरी सब्जियों पर बढ़ते मूल्य ने लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है । जो परिवार अच्छे-अच्छे व्यंजन और सब्जियों का कभी लुफ्त उठाया करते थे। आज अचानक से उनके मूल्य में बढ़ोतरी होने से अब वह अच्छे-अच्छे व्यंजनों का स्वाद नहीं चख पा रहे हैं। सब्जियों पर बढ़ते दामों ने सब्जी विक्रेताओं और खरीदारों दोनों की परेशानियां बढ़ा दी हैं।

ऐसे में आम लोगों को परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। खासकर उन परिवारों को ज्यादा परेशानी हो रही है जिसमें सदस्यों की संख्या ज्यादा होती है और भोजन करने वाले लोग भी ज्यादा होते हैं। सब्जियों का महत्त्व सीधे-सीधे मानव जाति से है क्योंकि पेट भरने के लिए खाना बहुत जरूरी है और खाने में सब्जियां भी बहुत जरूरी है। सब्जियों से शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं जिससे मनुष्य निरोगी व स्वस्थ रहता है।ऐसे में लोगों को स्वस्थ रहने की भी चिंता सता रही यही।

इसरार अहमद(सब्जी विक्रेता)

रिपोर्टर : विकास दुबे

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