कौशाम्भी : ग्रामीणों के जीवन को संकट में डाल व पर्यावरण की अनुमति के बिना चल रही प्लास्टिक ग्लास फैक्ट्री

स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से खूब फलफूल रहा है अवैध गोरखधंधा, फैक्ट्री पर कार्रवाई नहीं की जा रही

जिले के पुलिस लाइन के ठीक सामने खेल मैदान के पीछे जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में जिले के नौनिहाल अपने स्वास्थ्य को ठीक करने और अपने खेल के पराक्रम में सुधार के लिए पहुंचते हैं। वही उससे महज कुछ मीटर की दूरी पर अवैध रूप से प्लास्टिक के ग्लास और फाइबर की पन्नी बनाने की अवैध रूप से फैक्ट्री संचालित की जा रही है।

यह फैक्ट्री को अभी तक पर्यावरण की एनओसी नहीं मिली जिससे फैक्ट्री नहीं बन सकती स्थानीय लोगों का कहना है। कि इस फैक्ट्री से निकालने वाले प्रदूषण और कचरे से आसपास के लोगों को बीमारियां हो रही स्थानीय अधिकारियों की पैसों की लालच के चलते फैक्ट्री धड़ल्ले से चल रही है। कहा तो यहां तक जाता है।

फैक्ट्री से लाखों रुपए प्रति महिने की वसूली की जाती है। मामले की शिकायत भी कई लोगों ने स्थानीय अधिकारियों के साथ जिले की आलाकमान से भी की लेकिन फैक्ट्री के मालिक के सत्तासीनों से ऊंची पहुंच के चलते इस अवैध फैक्ट्री पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि इस फैक्ट्री के चलते स्थानीय लोगों की रहस्यमई बीमारियों से मौत भी हो रही है। स्थानीय लोगों ने जिले के आला अधिकारियों से इस फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है |

 

 

रिपोर्टर : सैफ रिजवी

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