दांत और मसूढ़ों को मजबूत करने के लिए भुने हुए तिल का रोजाना करें सेवन, जानिए इसके लाभ

मकर संक्रांति पर्व पर सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली तिल या तिल्ली, अपने खास गुणों के कारण कई प्रकार से फायदेमंद है। यह आपके स्वास्थ्य को हर तरह से बेहतर बनाने में गुणकारी है।

दांत और मसूढ़ों की सेहत नियमित सफाई से ज्यादा जरूरी है. कैल्शियम युक्त भोजन के साथ उन्हें मजबूती मिलती है. आयुर्वेद मसाज थेरेपिस्ट नीती सेठ ने विस्तार से इंस्टाग्राम पर बताया है कि तिल कैसे आपके स्वास्थ्य की बेहद मदद कर सकता है.

 सूखी खांसी होने पर तिल को मिश्री व पानी के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है। इसके अलावा तिल के तेल को लहसुन के साथ गर्म करके, गुनगुने रूप में कान में डालने पर कान के दर्द में आराम मिलता है।

तिल में कैल्शियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो दांत और मसूढ़ों के पास की हड्डियों को संरक्षित करता है. सुबह में भुना हुआ तिल चबाने से लिवर और पेट उत्तेजित होता है और जठराग्नि को सुधारता है. मुंह का स्वास्थ्य हमारे दिन का अहम हिस्सा है.

सेठ ने बताया कि ये न सिर्फ दांत और मसूढ़ों के लिए बल्कि हमारे पाचन, अंग, टिश्यू की सेहत के लिए भी कारगर है. उसके अकूत गुण शुष्क कब्ज का इलाज करने में भी कारगर हैं. उसके चबाकर सूखी खांसी से भी राहत हासिल किया जा सकता है.

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