बड़ी खबर: किसानों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का फावड़े से खोद डाला…

केंद्र सरकार के बनाए गए तीन कृषि कानूनों का किसान पिछले एक महीने के कर रहे हैं. किसान दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और उनका कहना है कि, जब तक मोदी सरकार कानूनों को वापस नहीं लेती है तब तक वो वापस नहीं जाएंगे.

केंद्र सरकार के बनाए गए तीन कृषि कानूनों का किसान पिछले एक महीने के कर रहे हैं. किसान दिल्ली के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और उनका कहना है कि, जब तक मोदी सरकार कानूनों को वापस नहीं लेती है तब तक वो वापस नहीं जाएंगे. वहीं हरियाणा में भी किसानों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है. हरियाणा के जींद जिले के उचाना में किसानों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला(DUSHYANT CHAUTALA) के लिए बनाए गए हेली पैड को खोद डाला और चौटाला(DUSHYANT CHAUTALA) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बनाए गए हेली पैड पर दुष्यत चौटाला(DUSHYANT CHAUTALA) का चॉपर उतरने वाला था. लेकिन उससे पहले ही किसानों ने पहुंचकर हेली पैड को फावड़े से खोद डाला.

किसानों के विरोध को देखते हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को अपना दौरा रद्द करना पड़ा. किसानों ने ऐलान किया है कि, जब तक डिप्टी सीएम किसानों का समर्थन नहीं करेंगे उन्हें यहां पर घुसने नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही किसानों ने ये भी शर्त रखी है कि, दुष्यंत चौटाला(DUSHYANT CHAUTALA) इस्तीफा देकर किसानों से मिलने आएंगे तभी किसान बात करेंगे. किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, जो भी नेता यहं पर आएगा उसका इसी तरह से विरोध किया जाएगा.

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इससे पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर के काफिले को भी किसानों ने रोक लिया था और काले झंडे दिखाए थे. जिसको लेकर पुलिस की तरफ से कड़ी कार्रवाई की गई और 13 किसानों के खिलाफ दंगा और हत्या का प्रयास करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है.

बता दें कि, किसान पिछले 29 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. सरकार के साथ कई दौर की बैठक होने के बाद भ कोई नतीजा अब तक नहीं निकला है. बुधवार को केंद्र सरकार की तरफ से प्रस्ताव भेजा गया था जिसको लेकर किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर बैठक करने के बाद प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. उनका कहना था कि, प्रस्ताव में कानून वापस लेने की कोई बात नहीं की गई थी. जबकि किसानों की मांग है कि, संसोधन नहीं बल्कि कानून वापस होने चाहिए.

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