गधा मेले में सबसे महंगा बिका शाहरुख, रंगत रही फीकी

कोरोना के चलते देशभर में औद्योगिक इकाइयों और व्यापार में काफी गिरावट आई है। इसका नतीजा अनलॉक होने बाद भी देखने को मिल रहा है

कोरोना के चलते देशभर में औद्योगिक इकाइयों और व्यापार में काफी गिरावट आई है। इसका नतीजा अनलॉक होने बाद भी देखने को मिल रहा है। देश में लगने वाले प्रसिद्ध बाजारों में पहले की अपेक्षा लोग नहीं पहुंच रहे हैं। जो लोग पहुंच भी रहे हैं, उन्हें उनके माल का दाम भी पहले से कम मिल रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में स्थित पौराणिक नगरी चित्रकूट में लगने वाला गधा मेला भी लोगों के लिए कौतूहल का विषय होता था। लेकिन इस वर्ष यहां भी कमी आंकी गई।

 

60% कम व्यापारी पहुंचे

बताते चलें कि चित्रकूट में प्रतिवर्ष लगने वाले गधा मेला में विभिन्न नस्लों के गधे बिक्री हेतु पहुंचते थे। विभिन्न कद काठी के गधों को देखने के लिए भी लोगों की भारी भीड़ जमा होती थी। बता दें मंदाकिनी नदी के किनारे लगने वाले इस मेले में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में करीब 60% कम गधे आए। अनेक नस्लों के आए इन गधों की कीमत इस बार 8000 रुपए से एक लाख रुपए तक रही। जबकि पिछले वर्ष सबसे महंगा गधा सवा लाख रुपए में बिका था।

सबसे महंगा बिका शाहरुख 

इस वर्ष गधों की बिक्री महज दो हजार गधों तक ही सीमित रह गई, जबकि पिछले वर्ष 5-8 हजार की संख्या में गधे तक बिक जाते थे। मेले में फिल्मी दुनिया के कलाकारों और नेताओं के नाम पर भी गधों के नाम रखे गए थे। इस बार सबसे महंगा शाहरुख नाम का गधा बिका। जो डीपू नस्ल के बताया गया, वह एक लाख रुपए में बिका।

प्रशासन ने नहीं दी कोई सुविधा 

व्यापारियों की मानें तो इस मेले में लाखों रुपए का लेन देन किया जाता है, इसके बावजूद मेले में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। जिस वजह से व्यापारी काफी परेशान व चिंतित रहे। बतौर व्यापारी दूर-दूर से आने वाले गधा व्यापारियों के लिए प्रशासन की तरफ से कोई सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई।

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