जाने से पहले ट्रंप ने व्हाइट हाउस को दिया झटका, इस मामले में वीटो का किया इस्तेमाल
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक मामले में वीटो कर लिया है. इसके पीछे उनका कहना है कि यह रक्षा विधेयक रूस और चीन कि मदद करने वाला था
अमेरिका में हाल ही में संपन्न हुए चुनावों में वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हार मिलने के बावजूद वह हार मानने को तैयार नहीं थे. वह लगातार चुनावों में धांधली का आरोप लगा रहे थे. हालाँकि इलेक्टोरल कॉलेज ने “जो बाईडन” के जीत की घोषणा कर दी है. 20 जनवरी 2021 को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति शपथ ग्रहण करेंगे. इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक मामले में वीटो कर लिया है. इसके पीछे उनका कहना है कि यह रक्षा विधेयक रूस और चीन कि मदद करने वाला था.
लगाया वीटो
जानकारी के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश कि वार्षिक डिफेंस पालिसी यानी महत्त्वपूर्ण रक्षा विधेयक पर वीटो का इस्तेमाल कर लिया है. इसके पीची उनके तर्क है कि यह रक्षा विधेयक रूस और चीन की मदद करने वाला था. ज्ञात हो कि एक सप्ताह पूर्व ही व्हाइट हाउस में 740 अरब डॉलर के डिफेंस पालिसी बिल को पारित किया गया था. जिसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विशेषाधिकार का उपयोग कर रोक दिया गया. ट्रंप द्वारा अपने कार्यकाल में यह पहला और एकमात्र वीटो लगाया गया है.
मिलनी थी इतनी राशि
आपको बताते चलें कि इस बिल के आ जाने से अमेरिकी सेना के वेतन में करीब तीन प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होनी थी. इसके साथ ही सैन्य कार्यक्रमों और निर्माण में 740 अरब डॉलर अधिक राशि मिलनी थी. व्हाइट हाउस में पारित हों के बाद यह नेशनल डिफेंस अथाराईजेशन एक्ट बनने वाला था. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव औऱ सीनेट में इस बिल का सांसदों ने समर्थन किया था। इसे बस राष्ट्रपति की मंजूरी मिलनी बाकी थी।
पहले ही किया था विरोध
ज्ञात हो कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा इस बिल को पहले से ही समर्थन नहीं प्राप्त था. उन्होंने पहले ही साफ किया था कि इस बिल में सोशल मीडिया कंपनियों के लिए कानूनी सुरक्षा के प्रावधान नहीं है. इसलिए वह इस बिल के खिलाफ वीटो करने के लिए विशेष अधिकार का उपयोग करेंगे. बता दें कि इस बिल में भारत और चीन के बीच वास्तविक रेखा नियंत्रण पर हुए तनाव का भी जिक्र किया है।
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