प्रेग्नेंसी के समय न हो डिप्रेशन का शिकार वरना आपको हो सकती हैं ये समस्याएं
आज के समय मेें अधिकत महिलाएं प्रेग्नेंसी के डिप्रेशन का शिकार हो रही है। एक शोध से यह पता चला है कि महिलाएं प्रेग्नेंसी के वक्त अपना आपा व देखभाल सही से नहीं कर पाते है जिसके कारण बहुत से समस्याओं का सामना कर पड़ सकता है।
आइए जानें है क्या है लक्षणः
- हर समय डर लगना।
- डिलीवरी या बच्चा गिरने का डर रहना।
- अपराधबोध महसूस होना।
- बिन वजह अचानक से रोना आना।
- अच्छी मां न बन पाने का डर होना।
- नींद न आना।
- भूख का न लगना.
- मन अशांत रहना।
- प्रेग्नेंसी में अपना और अपने बच्चे का ध्यान न रख पाने का भय।
- पेट में पलने वाले बच्चे से नफ़रत महसूस करना।
इससे निपटने के लिए क्या करें…
- अगर आपने प्रेग्नेंसी प्लान नहीं की है और आप अचान प्रेगनेंट हो गईं हैं तो आपको प्रीनेटल डिप्रेशन हो सकता है।
- किसी मनोचिकत्सक से मिलकर राय ले लेंना चाहिए।
- डॉक्टर से डिप्रेशन से निपटने वाली एंटी-डेप्रेसेंट्स दवाइयां देने को कहें।
- वो जिनका असर आपकी प्रेग्नेंसी पर न पड़े.
- एक्सरसाइज व योगा करें।
- भरपूर नींद लें।
- मोबाइल का कम इस्तमाल करें।
- खानें पर ध्यान दे।
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