फ़तेहपुर: वरिष्ठ सहायक और कनिष्ठ सहायक के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम ने सरकार को लिखा पत्र

फ़तेहपुर में सीएमओ ऑफिस में तैनात वरिष्ठ सहायक व कनिष्ठ सहायक के खिलाफ निलंबन की कार्यवाई के लिए डीएम ने शासन को पत्र लिखा है मामला जीपीएफ क्लेम से जुड़ा हुआ है। 

फ़तेहपुर में सीएमओ ऑफिस में तैनात वरिष्ठ सहायक व कनिष्ठ सहायक के खिलाफ निलंबन की कार्यवाई के लिए डीएम (DM ) ने शासन को पत्र लिखा है मामला जीपीएफ क्लेम से जुड़ा हुआ है। 

फार्मासिस्ट दिलीप सिंह की गोली मारकर हत्या

जहाँ फार्मासिस्ट के मौत के तीन साल बाद भी उसकी पत्नी को जीपीएफ क्लेम नही मिला है। जानकारी के मुताबिक 2 जून 2017 को अस्पताल जाते समय फार्मासिस्ट दिलीप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

फार्मासिस्ट के मौत के बाद उसकी पत्नी सरोज देवी जीपीएफ क्लेम के लिए पिछले तीन सालों से सीएमओ ऑफिस का चक्कर काट रही है, लेकिन उसे आज तक क्लेम नही मिला।

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आरोप है कि कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक आनंद मिश्रा व कनिष्ठ सहायक अजय मिश्रा ने जीपीएफ क्लेम की फ़ाइल पास करने के लिए मृतक फार्मासिस्ट की पत्नी से एक लाख रुपये रिश्वत मांगी। जब मृतक की पत्नी ने रुपये देने से मना कर दिया तो सारे प्रपत्र जमा होने के बाद भी जीपीएफ क्लेम की फ़ाइल को लंबित रखा गया।

पत्नी ने डीएम को शिकायती पत्र देकर कार्यवाई की गुहार लगाई

जिसके बाद 23 नवंबर को मृतक फार्मासिस्ट की पत्नी ने डीएम को शिकायती पत्र देकर कार्यवाई की गुहार लगाई। डीएम (DM ) ने मामले में सीएमओ और सीडीओ से जांच कराई तो वरिष्ठ सहायक आनंद मिश्रा व कनिष्ठ सहायक अजय कुमार मिश्रा जांच में दोषी पाए गए।

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डीएम (DM )संजीव सिंह ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बनी सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस नीति के निर्देशन में वरिष्ठ सहायक आनंद मिश्रा व कनिष्ठ सहायक अजय कुमार मिश्रा के निलंबन की कार्यवाई के लिए निदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा को पत्र लिखा गया है। डीएम के मुताबिक सीएमओ व सीडीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट में दोनो को दोषी ठहराया है।

 

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