आजमगढ़: खनन पर रोक लगाने के लिए ग्रामीणों ने DM को सौंपा ज्ञापन और दी ये चेतानवी…

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जिले में ग्रामीणों ने गुरुवार को मानक के विपरीत किये जा रहे खुदाई पर गहरा आक्रोश जताते हुए जिलाधिकारी (Collector) को शिकायत-पत्र सौंपा।

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जिले में ग्रामीणों ने गुरुवार को मानक के विपरीत किये जा रहे खुदाई पर गहरा आक्रोश जताते हुए जिलाधिकारी (District Magistrate) को शिकायत-पत्र सौंपा। साथ ही ग्रामीणों ने अवलिम्ब कार्य पर रोक लगाने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर दो से तीन दिन के अंदर खनन नहीं रुकवाया गया तो वे आंदोलन करेंगे।

बता दें कि आजमगढ़ में ‘मिट्टी खनन पर लगे रोक’ और ‘हमारे गांव को मत उजाड़िये साहेब’ जैसी तख्तियां लिये मुबारकपुर अंतर्गत नीबी खुर्द के ग्रामीणों ने मानक के विपरीत किये जा रहे खुदाई पर गहरा आक्रोश जताते हुए गुरुवार को जिलाधिकारी को शिकायत पत्र सौंपकर अवलिम्ब कार्य पर रोक लगाने की मांग की। इसके साथ ही चेतावनी दी कि दो से तीन दिन के अंदर खुदाई रोकवाई नहीं गयी तो मजबूर होकर आंदोलन को बाध्य होंगे।

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सौंपे गए ज्ञापन में रामाश्रय निषाद ने बताया कि नीबी खुर्द गांव के दक्षिण तरफ की मिट्टी का उठान एनएच-731 कार्य में उपयोग किया गया, लेकिन दक्षिण तरफ लगभग 20 फुट का जानलेवा गड्ढा हो चुका है। वर्तमान में पूरब और उत्तर की तरफ का मिट्टी उठान का कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है। मिट्टी जेसीबी से उठायी जा रही है। हालत है कि इस तरफ भी 20 फुट का जानलेवा गड्ढा किया जा रहा है।

वहीं, पश्चिम की तरफ तमसा (टौंस) नदी बहती है। नदी में बाढ़ आने से ग्रामीण प्रभावित होते रहते हैं। गांव की वास्तविक स्थिति है कि दक्षिण, पूरब, उत्तर की तरफ खोदे गये मिट्टी के फलस्वरूप 15-20 फुट का जानलेवा गड्ढा हो चुका है।

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वहीं, पश्चिम की तरफ टौंस नदी स्थित है। ऐसे में हमारे गांव के लोगों को चौतरफा मार पड़ रही है, जिसके कारण गांव का विकास ही रूक जायेगा। इसके साथ ही जो मिट्टी का उठान किया जा रहा है, उसे अन्य जनपद में निर्माणाधीन हाईवे में प्रयोग किया जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।

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