तहसील दिवस में डीएम कुर्सी छोड़ जोड़े हाथ
जालौन के माधोगढ़ में आयोजित हुए तहसील दिवस में उस समय हंगामा कट गया जब जिलाधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर अपनी शिकायत लेकर आए नेताजी के सामने कुर्सी छोड़ हाथ जोड़कर साष्टांग प्रणाम करने लगे।
जालौन के माधोगढ़ में आयोजित हुए तहसील दिवस में उस समय हंगामा कट गया जब जिलाधिकारी(dm) डॉक्टर मन्नान अख्तर अपनी शिकायत लेकर आए नेताजी के सामने कुर्सी छोड़ हाथ जोड़कर साष्टांग प्रणाम करने लगे। यह नजारा देख सभी लोग हतप्रभ रह गए। मामला यह था कि, जिला पंचायत सदस्य किसानों के साथ पानी की ओवरफ्लो समस्या से खेतों में फसल बर्बाद होने की बात लेकर जिलाधिकारी(dm) के सामने रखें लेकिन नेताजी अपनी बात कहते रहे और जिलाधिकारी की बात सुनने को तैयार नहीं हुए जिस पर जिलाधिकारी ने कुर्सी छोड़ते हुए हाथ जोड़कर नेता जी को प्रणाम किया और विनती करते हुए कहा कि आपने अगर अपनी बात कह दी हो तो हमें इस समस्या का समाधान कर लेने दीजिए।
मामला उरई मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर माधोगढ़ तहसील का है जहां इस बार जिलाधिकारी(dm) डॉ मन्नान अख्तर और पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह के अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया जिस पर जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर ने बताया संपूर्ण समाधान दिवस में 79 शिकायतें फरियादियों की आई हैं जिस पर 10 का मौके पर निस्तारण कर दिया गया है। शेष शिकायतों के लिए टीमें गठित की गई हैं जिन्हें 1 हफ्ते के अंदर निस्तारित कर रिपोर्ट लगा दी जाएगी। कुछ शिकायतें मुख्यमंत्री आवास में भ्रष्टाचार को लेकर आई हैं जिन्हें संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि पात्रों का सही चयन कर समस्या को निस्तारित किया जाए।
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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुए संपूर्ण समाधान दिवस में उस समय हड़कंप मच गया। जब जिला पंचायत सदस्य से तीखी नोकझोंक के बाद जिलाधिकारी(dm) ने कुर्सी छोड़ दी और जिला पंचायत सदस्य को ज्यादा बुद्धिमान होने की संज्ञा देते हुए अपनी कुर्सी पर बैठने का आमंत्रण दे दिया। इस बात से कुछ देर तक हॉल में सन्नाटा छा गया और सकपकाए जिला पंचायत सदस्य कुछ समय तक हक्का-बक्का रह गए। हालांकि अपने शब्दों को वापस लेने की बात के बाद डीएम ने किसानों की समस्याओं पर जांच के आदेश दिए।
तहसील में जिलाधिकारी(dm) डॉ मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में चल रहे सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिला पंचायत सदस्य रविन्द्र सिंह ने किसानों की नहर के ओवरफ्लो होने से ख़राब होने वाली फसलों की समस्याओं का मामला रखा। जिस पर नहर विभाग के अधिकारियों ने डीएम के सामने पक्ष रखा लेकिन जिला पंचायत सदस्य अपनी ही बातों पर अड़े रहे। जिससे अचानक डीएम का पारा चढ़ा और वह अपनी कुर्सी से खड़े हो गए। उन्होने जिला पंचायत सदस्य से उनकी कुर्सी पर बैठकर न्याय देने को कह दिया। मिनटों तक चली बहस में डीएम का मूड काफ़ी उखड़ गए। बाद में उन्होंने नहर विभाग के आला अधिकारियों को मौके पर जांच के लिए भेजा। सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 79 शिक़ायतें आईं, जिनमें मौके पर 10 का निस्तारण हो गया।
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