शाहजहांपुर : शहीद के परिजनों का हाल लेने पहुंचे जनपद के डीएम व एसपी, परिजनों को बंधाया ढांढस
इस बीच शहीद के पार्थिव शरीर के आने व अंतिम संस्कार काे लेकर प्रशासन ने अपनी कवायद शुरू कर दी
शहीद के परिजनों से मिले डीएम एसपी।
जम्मू के राजौरी जिले के पुंछ में आतंकियों से हुई मुठभेड़ मे 5 जवान शहीद हो गए। जिसमें शाहजहांपुर के लाल सारज सिंह भी शहीद हो गए। पल भर में यह खबर हवा की तरह फैल गई। गांव में मंगलवार सुबह से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था। प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी भी शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाने के साथ-साथ हर परिस्थितियों में साथ देने की बात की।
आपको बता दें कि यूपी के शाहजहांपुर जनपद के थाना बंडा क्षेत्र के अख्तियारपुर धौकल गांव निवासी सारज सिंह 16 आरआर राष्ट्रीय रायफल्स में तैनात थे। सोमवार को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान पांच जवान शहीद हो गए। जिसमे सारज सिंह भी शामिल थे। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से भावभीनी श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया।
इसीके साथ उनके गांव में लोग जुटना भी शुरू हो गए। एसडीएम सतीश चंद्र, सीओ बीएस वीर कुमार, प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार मंगलवार सुबह से ही गांव में दोपहर बाद तक शहीद के निवास स्थान पर ठहरे रहे। और उनके माता-पिता से पूछताछ करते रहे और उनको हर संभव मदद करने के आश्वासन के साथ साथ शहीद के माता-पिता को ढाढस बंधाते रहे।
इसके बाद दाेपहर काे डीएम भी शहीद सारज सिंह के घर पहुंचे। जहां उन्हाेंने शहीद के पिता विचित्र सिंह, मां परमजीत कौर व अन्य स्वजनाें को ढांढस बंधाया। एसडीएम ने सफाई कर्मचारियों की पूरी टीम बुलाकर गांव में साफ-सफाई शुरू कराई। विचित्र सिंह ने बताया कि बुधवार दोपहर तक बेटे का पार्थिव शरीर गांव आएगा। जिसके बाद अंत्येष्टि की जाएगी।
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में सुबह से ही शोक की लहर दौड़ गई।
परिजनों ने बताया कि सारज की अभी 1 साल पहले ही शादी हुई थी. उनके साले कि अक्टूबर में ही शादी थी जिसको लेकर इनकी पत्नी मायके गई थी। सारज सिंह के शहीद हाेने की खबर मिलने के बाद से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं शहीद के परिवार में भी काेहराम मचा हुआ है। इस बीच शहीद के पार्थिव शरीर के आने व अंतिम संस्कार काे लेकर प्रशासन ने अपनी कवायद शुरू कर दी है।
शहीद के नाम से जनपद मे बनेगी सड़क
जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है. इसी के साथ उन्होंने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही है. शहीद सारज सिंह के नाम से जनपद में एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर करने की घोषणा की है।
शहीद की पत्नी
सुखबीर सिंह शहीद का भाई
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह
रिपोर्टर : राजीव मिश्रा
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