सुल्तानपुर : दुकान खोलने के लिए दिव्यांग के पास थी पूंजी की कमी, IPS की पत्नी ने की मदद

खबर सुल्तानपुर से है जहाँ आज आईपीएस डॉ अरविंद चतुर्वेदी और उनकी पत्नी यूपी पुलिस समेत समस्त समाज के लिए आयडियल बन गए हैं।

खबर सुल्तानपुर से है जहाँ आज आईपीएस डॉ अरविंद चतुर्वेदी और उनकी पत्नी यूपी पुलिस समेत समस्त समाज के लिए आयडियल बन गए हैं। यहां जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर दूबेपुर ब्लाक के पकड़ी गांव, जहां के लोग कछुआ तस्करी में चर्चित थे उनमें नई क्रांति लाने के लिए सप्ताह भर पूर्व आईपीएस और उनकी पत्नी ने चौपाल लगवाई। इसी दौरान दिव्यांग छेदन आया की वो दुकान खोलना चाहता है लेकिन उसके पास पूंजी का मसला है। इस पर एसपी डॉ अरविंद चतुर्वेदी की पत्नी ने मदद का बीड़ा उठाया। उन्होंने अपने एकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए, अब जब उदघाटन का मौका आया तो दोनों पति-पत्नी मौके पर पहुंचे और गांव की 70वर्षीय बुज़ुर्ग महिला से फीता कटवा कर दुकान का शुभारंभ कराया।

तो वहीं एसपी डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने मीडिया को बताया कि सप्ताह भर पूर्व 17 जनवरी को जब पकड़ी गांव में मीटिंग की गई तो यहां के स्थानीय निवासी छेदन ने बताया कि वो दिव्यांग हैं और उनके दोनों पैरों में तक़लीफ है और ये दुकान चलाना चाहते हैं जो पहले चलाते थे। इसकी जानकारी की गई तो पता चला की ये बड़ी छोटी सी पूंजी से दुकान चलाते थे। मेरी पत्नी भी मेरे साथ थीं उन्होंने इनके एकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने की इच्छा जताई और पैसा ट्रांसफर किया। परिणाम स्वरूप दुकान का उदघाटन हुआ है।एसपी ने कहा के मैं गांव के लोगों से कहूंगा के ज्यादा से ज्यादा छेदन की दुकान से सामान खरीदें ताकी इनकी पूंजी जल्द से जल्द वापस आए।गांव की अन्य महिलाओं के लिए आगामी होली को देखते हुए चावल की कचरी, देश भर में पालिथीन प्रतिबंधित है ऐसे में कागज के लिफाफे और मिठाई के डिब्बे बनवाने का कार्य इनसे लिया जाएगा।

बताते चलें की एसपी ने ये भी बताया कि कोतवाली देहात थाना क्षेत्र का पकड़ी गांव अपनी कुछ गतिविधियों की वजह से चर्चा में रहा है, तमाम केंद्रीय एजेंसी और राज्य एजेंसी निगरानी करती हैं यहां के अवैध कारोबारों के बारे में। मुझे भी पूर्व से जानकारी है, इसलिए 17 जनवरी को यहां के स्थानीय निवासियों को प्रेरित किया गया की वो ऐसा काम करें कि उनका आत्म सम्मान बना रहे। यहां की महिलाओं को नवजवानों को रोजगार मिले इसके लिए डीएम रवीश गुप्ता ने विकास विभाग के नोडल अधिकारी को तैनात किया। डूडा आदि विभाग के अधिकारियों ने यहां महिला स्वयं सहायता समूह बनाया।

Report- Santosh pandey

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