आजमगढ़: मंडलायुक्त ने किया सर्वोच्च विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की समीक्षा

आजमगढ़ मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने समीक्षा के दौरान पाया कि सामुदायिक शौचालयों की जीईओ टैगिंग में जनपद मऊ एवं बलिया की रैकिंग काफी खराब है।

आजमगढ़ मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने समीक्षा के दौरान पाया कि सामुदायिक शौचालयों की जीईओ टैगिंग में जनपद मऊ एवं बलिया की रैकिंग काफी खराब है। उन्होंने दोनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों से कहा कि अपने स्तर से समीक्षा कर लें जहॉं कमी है उसे दुरुस्त करायें।

पन्त ने जिलाधिकारियों से कहा कि भूमि की अनुपलब्धता के कारण मण्डल के तीनों जनपदों में जितने भी सामुदायिक शौचालय एवं पंचायत भवन का निर्माण संभव नहीं हो पा रहा है उसके सम्बन्ध में शासन को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए लक्ष्य संशोधित करायें। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्राम पंचायत अधिकारियों का रोस्टर तैयार करें तथा सुनिश्चित करें कि वह रोस्टर के अनुसार गांव में उपलब्ध रहें। इसी प्रकार उन्होंने लेखपालों का भी रोस्टर तैयार करने पर जोर दिया।मण्डलायुक्त पन्त ने ग्राम प्रधानों की टेªनिंग शीघ्र कराये जाने का निर्देश देते हुए ट्रेनिंग के दौरान उन्हें मानक के अनुरूप गुणवत्तायुक्त कार्य कराये जाने हेतु प्रेरित करें उन्होंने निर्देश दिया कि आज़मगढ़ में 11, बलिया में 5 एवं मऊ 30 रिक्त कोटे की दुकानों को शीघ्र पूरा कराया जाय।

उन्होंने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि आईजीआरएस के निस्तारण की गुणवत्ता की समीक्षा करें, अभियान चलाकर धारा 24 के मुकदमों का निस्तारण करायें तथा अविवादित वरासत के लम्बित मामलों को प्राथमिकता के आधार निस्तारित करायें। इससे पूर्व यूनिसेफ केडिवीजनल मानीटर गवासुद्दीन तथा आरसी एसएमएन सौरभ सिन्हा ने मण्डल के तीनों जनपदों में स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित कतिपय कार्यक्रमों की अद्यतन प्रगति के सम्बन्ध में अवगत कराया।

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