ट्रैक्टर रैली हिंसा: दिल्ली पुलिस ने 200 प्रदर्शनकारियों पर कसा शिकंजा, 22 पर…

गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा में अब पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है. दिल्ली पुलिस ने करीब 200 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है

गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा में अब पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है. दिल्ली पुलिस (delhi police) ने करीब 200 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है, जिनपर हिंसा करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा और पुलिसकर्मियों पर हमला करने का आरोप लगाया है. बता दें कि अबतक कुल 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं, उपद्रवियों की पहचान की जा रही है जिसके बाद एक्शन लिया जा रहा है.

दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे किसका हाथ है ये अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) नजर आ रहे हैं. राकेश टिकैत (Rakesh tikait) इस वीडियों के जरिए किसानों से कह रहे हैं कि, ले आना झंडा, लाठी गोठी भी साथ रखना अपनी. समझ जाना सारी बात ठीक है. आ जाओ बस बहुत हो गया. तिरंगा के साथ अपना झंडा भी लगा लेना. मान नहीं रही, ज्यादा कैड़ी पड़ रही सरकार. फिलहाल ये वीडियो कब का है इसकी कोई जानकारी नहीं है.

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वहीं अब हिंसा के बाद राकेश टिकैत (Rakesh tikait) ने बयान दिया है कि, इस हिंसा में जो भी आंदोलनकारी शामिल रहा होगा. उसे यहां से जाना होगा. इसके साथ ही उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. टिकैत (Rakesh tikait) कहा कि, लालकिले पर झंडा फहराने वाला कौन आदमी था? एक कौम को बदनाम करने की साजिश पिछले दो महीने से चल रही है. कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है उन्हें अब यहां से जाना होगा.

दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा में करीब 300 जवान बुरी तरह से घायल हो गए हैं. पुलिस (delhi police) अब दंगाईयों की पहचान करके उनपर एफआईआर कर रही है. पुलिस (delhi police) 27 जनवरी को दोपहर ढाई बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी जिसमें पूरी जानकारी दी जाएगी. दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने अबतक 22 एफआईआर दर्ज की है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दंगाईयों की पहचान करने में जुटी हुई है. इसके साथ ही सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली में भड़की हिंसा के बाद सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारियों की संख्या भी कम होती जा रही है. वहीं दो बजे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होने वाली है.

दिल्ली पुलिस (delhi police) इस हिंसा की जांच के लिए एसआईटी बनाने की तैयारी कर रही है. एसआईटी हिंसा को लेकर सभी पहलुओं पर जांच करेगी. पुलिस (delhi police) मामले की तह तक जाकर उन लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है जिन्होंने आंदोलन की आड़ में दिल्ली को दंगें की आग में झोंकने की साजिश रची थी. पुलिस (delhi police) सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान इन इलाकों में पुलिस कर्मी सबसे ज्यादा घायल हुए हैं. उत्तरी दिल्ली में 41, पूर्वी दिल्ली में 34, पश्चिमी दिल्ली में 27, द्वारका में 32, बाहरी-उत्तरी जिले में 12, शाहदरा में 5, दक्षिण जिले में 4 और 75 पुलिसकर्मी दिल्ली के बाहरी जिलों में घायल हुए हैं.

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पुलिस (delhi police) का कहना है कि, हिंसा के दौरान आईटीओ में एडिशनल डीसीपी सेंट्रल के ऑपरेटर पर तलवार से हमला किया गया था. प्रदर्शनकारियों ने कई बसों और करीब 20 प्राइवेट गाड़ियों में तोड़फोड़ की है.

ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा भड़काने का आरोप तीन लोगों पर लग रहा है. जिसमें पंजाबी गायक और अभिनेता दीप सिद्धू, बठिंडा का गैंगस्टर रह चुका लक्खा सिधाना और भाकियू नेता राकेश टिकैत शामिल है. इन पर आरोप है कि, इन लोगों ने हिंसा के लिए आंदोलनकारियों को भड़काया था.

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