सुल्तानपुर : पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन प्रभाग के द्वारा वृक्षारोपण जन आंदोलन 2021 के अंतर्गत रक्षा सूत्र कार्यक्रम का आयोजन किया गया

एक कल्पवृक्ष भी जोकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार युगों पुराना है जिसका उल्लेख पौराणिक ग्रंथो में कई गयी है. इस वृक्ष को सुल्तानपुर का सबसे पुराना विरासत वृक्ष भी माना जाता है और पेड़ पर रक्षा सूत्र बांध कर रक्षाबंधन मनाते है।

जिले में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन प्रभाग सुल्तानपुर के द्वारा वृक्षारोपण जन आंदोलन 2021 के अंतर्गत रक्षा सूत्र कार्यक्रम का आयोजन हुआ !
एक कल्पवृक्ष भी जोकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार युगों पुराना है जिसका उल्लेख पौराणिक ग्रंथो में कई गयी है. इस वृक्ष को सुल्तानपुर का सबसे पुराना विरासत वृक्ष भी माना जाता है।

इसी वृक्ष को सबसे पुराना विरासत वृक्ष मान कर इसको रक्षा बंधन वाले दिन 22-8-21 को रक्षा सूत्र बांध कर दिनांक 29-8-21 तक मनाया जा रहा है माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी आव्हान कर प्रदेश सभी पुराने विरासत वृक्षों को पूरे प्रदेश में विरासत वृक्षों को बचाने के लिए एक जन जागरूकता अभियान चलाया गया !!

ये कल्प वृक्ष एक पुराना विरासत वृक्ष माना जाता है और इसी वृक्ष को वन विभाग के द्वारा रक्षा सूत्र बाँध कर रक्षाबंधन वाले दिन दिनांक 22 अगस्त से लेकर 29-8-21 तक का कार्यक्रम चलाया जा रहा है.

वन विभाग के अधिकारी से जब और जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान पूरे प्रदेश में जितने भी विरासत वृक्ष वन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा चयनित किए गए हैं. उनको और उनसे संबंधित वृक्षों को जो पुराने व विरासत वृक्ष हैं। उनको रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा करने का संकल्प चलाया जा रहा है.

उद्देश्य यह भी है कि जन सामान वृक्षों की महत्ता को समझे उनको रक्षित करें उनकी रक्षा का संकल्प लें यह वृक्ष की रक्षा कर के हम वृक्षों की ही नहीं अपितु अपनी स्वयं रक्षा करते हैं क्योंकि यदि हम कल्पना करें कि अगर इस धरा से ऑक्सीजन खत्म हो जाए तो शायद हम मिनट के सौवे हिस्से में भी हमारा प्राण नहीं रह सकता है .

हमें अपने अस्तित्व के लिए अपने जीवन के लिए,अपने आने वाली पीढ़ियों के लिए इन वृक्षों को बचाना अत्यंत अवश्यक है क्योंकि यह हमें लगातार ऑक्सीजन देते हैं, लकड़ी देते हैं ,फल देते ,फूल देते हैं हमारे जीवन में इससे ज्यादा महत्वपूर्ण कोई भी वस्तु इस वक्त इस धरा पर नहीं, इसी को रक्षा करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है और कार्यक्रम के जरिए जनसामान्य जनता जनार्दन व आने वाली पीढ़ियों को ध्यान में रखते हुए एक जन जागरूकता अभियान चलाया गया जिससे वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वृक्षों को बचाया जाए. यही सरकार का मुख्य उद्देश्य है जिसके लिए हम सब को बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करना चाहिए !

 

बाईट—डीएफओ आनंद केस्वर प्रसाद सुल्तानपुर

 

सुल्तानपुर से सन्तोष पाण्डेय की रिपोर्ट

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