भारत में कोरोना ट्रायल के इस कम्पनी पर साइबर अटैक, गायब हुआ बड़ा डेटा?
भारत में रूसी कोरोना वायरस की वैक्सीन स्पूतनिक- 5 का ट्रायल कर रही दिग्गज फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डी ने दुनियाभर के अपने सभी डेटा केंद्रों की सेवाओं को बंद कर दिया है।
नई दिल्ली: भारत में रूसी कोरोना वायरस की वैक्सीन स्पूतनिक- 5 का ट्रायल कर रही दिग्गज फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डी ने दुनियाभर के अपने सभी डेटा केंद्रों की सेवाओं को बंद कर दिया है। बताया जा रहा है कि कंपनी पर साइबर अटैक हुआ है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने साइबर हमले की पहचान किये जाने के बाद बचाव के कदम उठाने के लिये ऐसा किया है।
कंपनी के सीआईओ मुकेश राठी ने कहा, ‘हम 24 घंटे के भीतर सभी सेवाओं के शुरू हो जाने का अनुमान कर रहे हैं। हमें इस घटना के कारण हमारे परिचालन पर कोई उल्लेखनीय असर होने की आशंका नहीं है।’ बता दें कि 17 अक्टूबर को ही डॉ. रेड्डी को भारत सरकार के ड्रग कंट्रोलर जनरल से रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक -5 भारत में दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी मिली है।
रूस ने स्पूतनिक लांच करने के साथ दुनिया में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बना लेने का दावा किया था। डॉक्टर रेड्डी और रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने एक संयुक्त बयान में कहा था यह एक बहु केन्द्र और यादृच्छित नियंत्रित अध्ययन होगा, जिसमें सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनकता का अध्ययन किया जाएगा।
स्पूतनिक-V को रूस की तरफ से मंजूरी देने से पहले वहां पर कुछ ही लोगों पर इसका ट्रायल किया गया था, इसलिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने डॉक्टर रेड्डी के शुरुआती प्रस्ताव पर सवाल उठाए थे कि आखिर कैसे भारत की बड़ी आबादी पर इसका टेस्ट किया जाए। वर्तमान में स्पूतनिक-V का पोस्ट रजिस्ट्रेशन फेज-3 ट्रायल चल रहा है, जिसमें करीब 40 हजार प्रतिभागियों को शामिल किया गया है।
सितंबर महीने में डॉक्टर रेड्डी और आरडीआईएफ ने स्पूतनिक-V के क्लिनिकल ट्रायल और भारत में इस वैक्सीन के वितरण को लेकर एक साझेदारी की थी। साझेदारी के तहत भारत को स्पूतनिक के 10 करोड़ खुराक दिए जाएंगे।
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