यूपी में इस शहर में होगा कोरोना वैक्सीन का ट्रॉयल, 15 अगस्त को हो सकती है लांच

गोरखपुर. भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 6 लाख के पार है वहीं अकेले यूपी में 25 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इसी बीच कोरोना से जुड़ी एक अच्छी खबर आई है। कोरोना वैक्सीन का ट्रॉयल यूपी के गोरखपुर में भी होगा। इस वैक्सीन को भारत बायोटेक ने बनाया है। देश में इस वैक्सीन का ट्रॉयल 11 शहरों में होगा।

गोरखपुर के प्राइवेट अस्पताल के दो डॉक्टरों ने इसमें रुचि दिखाई। उन्होंने भारत बायोटेक, रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (RMRC) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को पत्र लिखा था। भारत बायोटेक ने इसकी मंजूरी दे दी। तीन से चार दिन में वैक्सीन गोरखपुर पहुंचेगी। सात जुलाई से ट्रॉयल का पहला चरण शुरू होगा। फिजीशियन डॉ. अजीत प्रताप सिंह व स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सोना घोष इसका ट्रॉयल ICMR व RMRC की निगरानी में करेंगे।

ICMR की मिली सफलता

इस वैक्सीन के लिए वायरस के स्टेन को स्वदेशी तकनीक से विकसित करने में ICMR (इं‌डियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) को सफलता मिली। यह वायरस शरीर के अंदर कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबॉडी विकसित करेगा। इस क्षमता को विकसित करने वाला ICMR विश्व के चुनिंदा पांच संस्थानों में से एक है। ICMR ने भारत बायोटेक के सहयोग से कोरोना की वैक्सीन बनायी है। शासन की तरफ से वैक्सीन के ट्रॉयल की मंजूरी मिल गई है। इसके बाद भारत बायोटेक ने ट्रॉयल के लिए डॉक्टरों की टीम का चयन कर लिया है। इसमें दिल्ली, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक , तमिलनाडु, बिहार, तेलंगाना, ओडिसा, गोवा के अलावा सूबे में कानपुर व गोरखपुर के डॉक्टर शामिल है। इस टीम में गोरखपुर के फिजीशियन डॉ. अजीत प्रताप सिंह व स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सोना घोष शामिल हैं। दोनों महानगर के निजी अस्पताल में तैनात है।

15 अगस्त तक वैक्सीन लांच करने की तैयारी

ICMR के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने ट्रॉयल के लिए चयनित डॉक्टरों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने ट्रॉयल में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया है कि 15 अगस्त तक ट्रॉयल पूरा कर नतीजे ICMR को दे दिए जाएं। नतीजे बेहतर मिलने के बाद 15 अगस्त को इस वैक्सीन को लांच करने की तैयारी भी चल रही है। इसमें उन्होंने वैक्सीन की मानव परीक्षण प्रक्रिया को फास्ट ट्रैक विधि से पूरा करने के लिए कहा है। यह विधि बेहद सरल है और इसके नतीजे सटीक होते हैं। इससे लोगों को खतरा बिल्कुल नहीं है। ऐसे में इसी ट्रॉयल रिपोर्ट के आधार पर इसे 15 अगस्त तक लांच करने की तैयारी हो रही है।

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