विवाद पर सोनू सूद ने किया टवीट बोले “आपको हमेशा कहानी में अपना पक्ष रखने की जरुरत नहीं होती है, समय खुद बता देता है।”

आयकर विभाग द्वारा सोनू सूद के कार्यालय पर छापे के काफी लम्बे समय बाद एक्टर ने अपनी चुप्पी तोड़ी, कहा सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है, हर हिन्दुस्तानी की दुआओं का असर लगता है।

सोनू सूद के कार्यालय पर छापे

आयकर विभाग द्वारा सोनू सूद के कार्यालय पर छापे के काफी लम्बे समय बाद एक्टर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक्टर ने आयकर छापा विवाद पर किये गए अपने एक ट्वीट में लिखा कि, “आपको हमेशा कहानी में अपना पक्ष रखने की जरुरत नहीं होती है, समय खुद बता देता है। मैंने भारत के लोगों की सहायता अपनी पूरी क्षमता और शक्ति के साथ करने का शपथ लिया है।

मेरी यात्रा जारी रहेगी।” सोनू सूद ने आगे लिखा कि, सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है, हर हिन्दुस्तानी की दुआओं का असर लगता है।”सोनू सूद ने कोरोना काल में जिस तरीके से प्रवासी मजदूरों और कामगारों को उनके घर भिजवाने में मदद की थी, सोशल मीडिया पर लोगों ने उसकी काफी सराहना भी की थी।

महामारी के दौरान सोनू सूद के ट्रस्ट ने प्रवासी मजदूरों की हर संभव मदद की थी। जिसके बाद सोनू सूद के इस काम के राजनैतिक अर्थ भी निकाले जाने लगे। प्रसिद्ध डांसर, मॉडल और अभिनेत्री राखी सावंत ने तो यहां तक कह दिया कि सोनू सूद को देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए।

आयकर विभाग ने लगाया था सोनू सूद पर 20 करोड़ की टैक्स चोरी का बड़ा आरोप

आयकर विभाग के मुताबिक़ सोनू और उनके सहयोगियों ने विदेश से धन जुटाने के दौरान 20 करोड़ रुपये की कर चोरी और विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम के उल्लंघन में शामिल थे। आयकर विभाग ने पिछले साल महामारी के दौरान स्थापित सूद चैरिटी फाउंडेशन द्वारा विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन का भी आरोप लगाया। सोनू सूद के इस मामले में आयकर विभाग की जांच अभी चल रही है।

कुछ दिन पहले ही दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल से मिले थे सोनू

बता दें कि बीते दिनों, सोनू सूद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मिले थे। केजरीवाल और सोनू सूद के इस भेंट के कई राजनैतिक मायने भी निकाले जाने लगे। गौरतलब हो कि दिल्ली सरकार ने हाल ही में ‘देश का मेंटर’ नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े इस कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर सोनू सूद को ही बनाया गया है।

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