अयोध्या में मस्जिद फाउंडेशन पर विवाद का साया

मोमिन पठान सभा के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल कवी खां ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार बाबरी मस्जिद की तामीर व रख रखाव के लिए ट्रस्ट की तशकील की गई है, जैसी कि उम्मीद थी की इस ट्रस्ट में मुसलमानों के मुख्लिस रहनुमाओं की नुमाइन्दिगी होगी, कई मेम्बरान के नामों का एलान किया गया है। मस्जिद की बाजयाबी के लिए मर्द-ए-मुजाहिद हाशिम अन्सारी साहब ने जिस ईमानदारी के साथ अपनी कुव्वतें सलाहियतें मुजाहिदाना अन्दाज के साथ लगाईं उनकी यह कुर्बानियाँ हमेशा याद रखी जाने वाली हैं।

हाशिम अन्सारी के साथ शाना-ब-शाना रहने वाली उन्हीं की तरह एक और ईमानदार मुजाहिदाना काम करने वाली शख्सियत मोमिन अन्सार सभा के कौमी सदर मो. अकरम अन्सारी साहब की है, आज जबकि इण्डो-इस्लामिक फाउंडेशन का कयाम सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदर जफर फारूकी साहब की सदारत में हुआ उसमें बाबरी मस्जिद आंदोलन में पेश-पेश रहें किसी रहनुमा का न होना मायूसकुन है।

मोमिन पठान सभा ने वक्फमंत्री को पात्र भेजा, अकरम अंसारी को शामिल करने की मांग
मोमिन पठान सभा ने मिल्लत के मुख्लिस बेदाग रहनुमा मोमिन अन्सार सभा के कौमी सदर मो. अकरम अन्सारी साहब को इण्डो-इस्लामिक फाउंडेशन में शामिल किये जाने की मांग करते हुए प्रधानमन्त्री माननीय नरेंद्र मोदी जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी व उत्तर प्रदेश वक्फ मंत्री मोहसिन रजा को मांग पत्र भेजा। मोमिन पठान सभा के प्रदेश महामन्त्री एजाजुल हसन खां ने कहा कि इण्डो-इस्लामिक फॉउंडेशन में मो. अकरम अन्सारी साहब को शामिल करने से मिल्लत की रूहानी फलाही बहबूदी के काम अंजाम दिए जा सकेंगे।

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