लखनऊ : कांग्रेस मुख्यालय में महात्मा गांधी एवं लालबहादुर शास्त्री की जयंती मनायी गई
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री-भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री-भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर सादगी और श्रद्धा के साथ मनायी गयी। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोनाÓ ने गांधी जी और शास्त्री जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर देश के लिए उनके द्वारा किये गये योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन कर गांधी जी और शास्त्री जी के विचारों और आदर्शों पर चर्चा की गयी। संगोष्ठी का संचालन प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया। प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस मौके पर गांधी जी और शास्त्री के विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन दोनों महापुरूषों ने देश की आजादी से लेकर देश के नवनिर्माण में अपना महत्वपूर्ण येागदान दिया था।
गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के हथियार से जहां देश को ब्रितानिया हुकूमत से आजादी दिलायी वहीं असमानता, भेदभाव, गरीबी एवं जातिगत विषमता को दूर करने के लिए खादी और सूत को कातकर देश की बहुसंख्यक गरीब जनता को आत्मनिर्भर बनाने का मंत्र दिया।
उनकी व्यक्तिगत सादगी भारतवासियों को हमेशा-हमेशा के लिए प्रेरणा देती रहेगी। उन्होने एक मजबूत लोकतांत्रिक देश की परिकल्पना की थी। उन्होने कहा कि आज गांधी जी के विचारों पर हमला हो रहा है। लोकतंत्र और भारत की बहुलतावादी संस्कृति पर कुठाराघात किया जा रहा है। ऐसे में हम सभी कांग्रेसजनों को गांधी जी के बताये रास्ते पर और मजबूती से चलने और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लेने की आवश्यकता है। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा’मोनाÓ ने जयन्ती के मौके पर गांधी जी को याद करते हुए कहा कि आज की परिस्थितियों में कैसे उनके सपनों के भारत को तोड़ा जा रहा है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि वह एक मां हैं इसलिए वह हाथरस की बिटिया के गैंगरेप और मृत्यु के बाद में परिजनों को शव न दिये जाने की पीड़ा बहुत शिद्दत से महसूस कर सकती हैं। उन्होने कहा कि उ0प्र0 सरकार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि हाथरस का डीएम परिजनों को शव न सौंपकर उनको धमकाते हुए कहता है कि मीडिया वाले तो दो-तीन दिन में चले जायेंगे, हमारा आपका साथ लम्बे समय तक रहेगा आप हमारी बात मान लीजिए।
उन्होंने कहाकि कांग्रेसजनों पर बहन, बेटियों के लिए न्याय मांगने पर सरकार द्वारा लाठियां बरसायीं जा रही हैं जेलों में ठूंसा जा रहा है, यह लोकतंत्र का हनन है और गांधी जी के सहिष्णु भारत के विचार की हत्या है। जयन्ती कार्यक्रम को अन्य प्रमुख लोगों में शाहनवाज आलम, मनोज यादव, अनिल यादव, तरूण पटेल, मुकेश सिंह चौहान, आलोक रैकवार, सुभाष मिश्रा, सुनीता रावत, डा0 शहजाद आलम, जाफर मूसा आदि ने सम्बोधित करते हुए गांधी जी एवं शास्त्री जी के प्रति श्रद…
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