बहराइच: आवाम के हर काम में सुपर फास्ट हैं के कलेक्टर, बच्चों से लेकर बड़ो की जुबान पर डॉ दिनेश चंद का नाम

कलेक्टर हो तो कुछ ऐसा, एक तरफ माँ के बिछड़ने का ग़म कम नही, तो दूसरी तरफ बहराइच ज़िले की लाखों आवाम के प्रति कर्तब्यबोध की जिम्मेदारी दोनों फर्ज बड़ी शिद्दत से निभाने में जुटे हैं बहराइच के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र,

कलेक्टर हो तो कुछ ऐसा, एक तरफ माँ के बिछड़ने का ग़म कम नही, तो दूसरी तरफ बहराइच ज़िले की लाखों आवाम के प्रति कर्तब्यबोध की जिम्मेदारी दोनों फर्ज बड़ी शिद्दत से निभाने में जुटे हैं बहराइच के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र। बहराइच के कलेक्टर डॉ दिनेश चंद्र को जैसे ही उन्हें अपनी माँ के स्वर्गवास होने की ख़बर 21 अगस्त को मिली तो डीएम बहराइच सैकड़ों किमी के सफर पर देर रात ही निकल पड़े और बिजनौर ज़िले के पैतृक गाँव पुरैनी पहुंचे, जहां माँ के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी निभाई,एक तरफ माँ के प्रति श्रद्धा और स्नेह का भाव तो वही दूसरी तरफ बॉर्डर के सीमावर्ती तराई के ज़िले बहराइच की लाखों आवाम के प्रति समर्पित कर्तब्यबोध का ध्यान,डॉ दिनेश चंद्र जहाँ एक बेटे के फर्ज में सराबोर दिखे तो वही दूसरी तरफ एक जिलाधिकारी के रूप में मिली जिम्मेदारी का अहसास,दोनों ही कर्तव्य धर्म को बड़ी शिद्दत से निभाने में लगे रहे कलेक्टर डॉ दिनेश चंद्र।

जनपद के कई तहसीलों में जहाँ बढ़ते जल स्तर से बाढ़ प्रभावित लोगों के प्रति समर्पण का चाहे एक डीएम का भाव हो या एक जिलाधिकारी के रूप में ग्रामीणों के बीच जाकर ज़मीनी पड़ताल निश्चित तौर पर क़लम चलने पर मजबूर हुई। जिलाधिकारी बहराइच डॉ दिनेश चंद्र कर्मचारियों और पुलिस के जवानों के साथ बांध पर निरीक्षण के दौरान जिस स्पीड में कदमताल करते दिखे शायद वो तस्वीर स्वंय में एक कलेक्टर के कर्तव्यनिष्ठ होने के संकेत दे रही हो जिलाधिकारी बहराइच की आँखों में माँ की जुदाई साफ झलकती है, बावजूद वन ग्राम में वन वासियों के दर्द पर भी मरहमों के कयास में जिला मजिस्ट्रेट के रूप में डॉ दिनेश चंद्र कदमताल कर रहे हैं,अब चाहे सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की बात हो या राष्ट्रवीरों का सम्मान एक डीएम के दायित्व में रम गये है बहराइच के कलेक्टर डॉ दिनेश चंद्र,हाल ही में जिलाधिकारी बहराइच डॉ दिनेश चंद्र ने सुहेलदेव स्मारक स्थल का भी निरीक्षण किया और विभिन्न परियोजनाओं की सघनता से जानकारी ली कोरोना से लड़ने के लिये जहाँ स्वास्थ्य विभाग के दायित्व को साधा तो वही स्थलीय निरीक्षण के दौरान बड़े बुजुर्ग और बच्चों से भी एक अभिभावक स्वरूप मिलते नज़र आए .

यही कारण है आवाम भी कहने लगी है कलेक्टर हो तो कुछ ऐसा जो जनप्रतिनिधियों से भी उसी तरह मिलता है और जनता से भी अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी आवाम के प्रति जवाबदेह जिम्मेदारी का भी अहसास करा कर एक जिलाधिकारी के रूप में कर्त्तव्य निभाने में जुटे हैं बहराइच के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र।

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