लखनऊ: सीएम योगी ने पूरा किया मथुरा वासियों से किया हुआ वादा
योगी सरकार ने मथुरा आने वाले लाखों करोड़ो श्रद्धालुओं के सम्मान में एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके बाद संतो ने इस फैसले पर खुसी जताई है।
सूबे की योगी सरकार ने मथुरा(Mathura) आने वाले लाखों करोड़ो श्रद्धालुओं के सम्मान में एक बड़ा फैसला लिया है. जन्मास्टमी के मौके पर जब योगी मथुरा पहुंचे तो उन्होने संतों की इच्छा के अनुसार मथुरा में मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजने के भी निर्देश दिए थे। धर्मार्थ कार्य विभाग के मुताबिक, मथुरा के 7 इलाकों को हाल ही में तीर्थ क्षेत्र का दर्जा दिया गया है।
उस दिन के बाद आज योगी सरकार ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा की मंदिर के आस पास के 10 किलोमीटर का छेत्र तीर्थ स्थल के अंतर्गत आएगा इसका मतलब ये की मथुरा के तीर्थ स्थल से 10 किलोमीटर की दूरी तक न शराब और न ही मांस की बिक्री होगी।
मथुरा-वृंदावन के 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को तीर्थ स्थल घोषित करने के बाद इलाके में शराब और मांस की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है. तीर्थ स्थलों के रूप में घोषित क्षेत्र में 22 नगरपालिका वार्ड क्षेत्र हैं। योगी सरकार ने यह फैसला भगवान कृष्ण से जुड़े ब्रज क्षेत्र में हर साल यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के सम्मान में लिया है। इस घोषणा के बाद इस इलाके में मांस और शराब की बिक्री पर पूर्ण विराम लग चुका है .
मथुरा(Mathura) कान्हा के शहर होने के नाते पूरी दुनिया में मशहूर है इस शहर से हज़ारों करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। यहां पूरी दुनिया के श्रद्धालू आते हैं और मथुरा की खूबसूरती का लुफ्त उठाते है। अब मथुरा में राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे छटीकरा कस्बे में भारत की सबसे ऊंची शिवमूर्ति का निर्माण होने जा रहा है। जेके ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री वैष्णों देवी मंदिर परिसर में चार धाम स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें महादेव के साथ श्री राधाकृष्ण व न्याय देव शनि महाराज के मन्दिर स्थापित होंगे।
मुख्यमंत्री जब जन्मास्टमी पर यहाँ आए थे तो उन्होंने पिछली सरकारों पर जम कर निशाना साधा था मुख्यमंत्री ने कहा था कि जो लोग अब तक हिंदू त्योहार को नजरअंदाज करते थे। मंदिर जाने से कतराते थे, वो भी अब कहने लगे हैं कि राम हमारे भी हमारे है और कृष्ण भी हमारे हैं। उन्होंने कहा कि मथुरा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महिमा को पुनर्जीवित करने के लिए शराब और मांस के व्यापार में लगे लोग दूध बेचना शुरू कर सकते हैं। योगी सरकार के फैसले के बाद वहां के संतों ने खुशी जताई है।
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