भारत को हासिल रणनीतिक बढ़त, अपनी करतूतों से एक बार फिर दुनिया के समाने बेनकाब हुआ ‘चीन’ 

पिछले कई महीनों से भारत और चीन के बीच सीमा पर तनातनी चल रही है। दोनों देशों के सेनाओं के बीच हिंसक झड़पें भी देखने को मिली हैं।

पिछले कई महीनों से भारत और चीन के बीच सीमा पर तनातनी चल रही है। दोनों देशों के सेनाओं के बीच हिंसक झड़पें भी देखने को मिली हैं। इसी क्रम में चीन एक बार फिर विश्व के समाने बेनकाब हो गया है। एक अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक गलवान घाटी पर भारतीय सेना के साथ हुई हिंसक झड़प की चीन ने पहले से बकायदे योजना बनाई थी।

गलवान हिंसा की चीन ने बनाई थी योजना

बताते चलें कि पिछले दिनों गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प की थी। जिसको लेकर चीन एक बार फिर बेनकाब हुआ है। एक शीर्ष अमेरिकी कांग्रेस पैनल के मुताबिक, चीनी सरकार ने गलवान घटना की “योजना” बनाई थी, क्योंकि बीजिंग ने अपने पड़ोसियों के खिलाफ “जबरदस्ती अभियान” चलाया था।

 

शहीद हुए थे 20 भारतीय सैनिक 

ज्ञातव्य हो कि पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में चीनी सैनिकों द्वारा आक्रामक कार्रवाई देखी गई थी। इस हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद भी हो गए थे। संयुक्त राज्य और चीन की आर्थिक व सुरक्षा समीक्षा आयोग (यूएससीसी) की तरफ से जारी की गई वार्षिक रिपोर्ट में लिखा गया कि, “कुछ सबूतों से पता चलता है कि चीनी सरकार ने घटना की योजना बनाई थी, संभवतः घातक घटनाओं की संभावना भी शामिल थी।”

भारत को मिलती है  रणनीतिक बढ़त

बता दें कि यूएससीसी चीन और अमेरिका के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा और व्यापार के मुद्दों की जांच करता है। यह बीजिंग पर अमेरिकी कांग्रेस को विधायी और प्रशासनिक कार्रवाई के लिए सिफारिशें भी प्रदान करता है। हालांकि रिपोर्ट में यह स्‍पष्‍ट नहीं है कि चीन किस वजह से भारत के खिलाफ आक्रामक हुआ, लेकिन इसमें कहा गया है कि टकराव का सबसे बड़ा कारण भारत द्वारा बॉर्डर क्षेत्र में बनाई जा रही सड़क हैं, जिससे उसे रणनीतिक बढ़त हासिल होती है।

झेलेगा विनाशकारी झटका

संस्था ने यह भी दर्शाया कि चीनी रक्षा मंत्री वेई ने लड़ने के लिए बीजिंग को प्रोत्साहित करते हुए बयान दिया था, जिसको चीनी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के जरिए एक संपादकीय में कहा गया था कि यदि भारत, चीन और अमेरिका के बीच युद्ध में व्यापार आता है तो वह एक “विनाशकारी झटका” झेलेगा।

पाक का भी हुआ खुलासा

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि, “बीजिंग ने अपने पड़ोसियों के खिलाफ बहुराष्ट्रीय, जबरन अभियान चलाया है। जिसमें जापान से लेकर भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ सैन्य या अर्धसैनिक बल के जवानों को उकसाया गया।” जारी रिपोर्ट में पाकिस्तान के बारे में भी बताया गया कि, चीनी सेनाओं ने “पाकिस्तान में सुरक्षित और संभावित नौसैनिक आधार सुविधा” हासिल की है।

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