चीनी इंजीनियर्स और वर्कर्स को सुरक्षा देने में विफल साबित हुई पाकिस्तानी सेना, चीनी नागरिकों ने खुद ही ….

जिसकी वजह से 9 चीनी इंजीनियर्स की मौत हो गई थी। इस बम धमाके में पाकिस्तान के भी तीन नागरिक मारे गए थे।

पड़ोसी देशों पे अपनी ताकत के दम पे ज़मीन हड़पने वाला चीन आज अपने सबसे क़रीबी मित्र देश पाकिस्तान पे भड़का हुआ है और इसके पीछे की वजह POK में चीनी नागरिकों पे हुआ बम हमला है। जिसकी वजह से 9 चीनी इंजीनियर्स की मौत हो गई थी। इस बम धमाके में पाकिस्तान के भी तीन नागरिक मारे गए थे। जिसके बाद चीन ने पाकिस्तान की इमरान खान सरकार से इस हमले को लेकर सफ़ाई मांगी थी।

POK के ख्बैर-पख्तूनख्वां में हुए इस बम धमाके का असर चीनी नागरिकों को इस प्रकार पड़ा है कि अब उन्हें पाकिस्तान की सेना पे बिलकुल भी भरोसा नहीं रहा है। इसी वजह से चीनी नागरिकों ने अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद ही उठा लिया है। अब चीनी नागरिक अपने कंधे पर एके-47 राइफल लेकर काम कर रहे हैं। चीनी सैनिकों की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पे जमके वायरल हो रही है।

क्या है पूरा मामला

असल में चीन की महत्वकांशी परियोजना चीन-पाकिस्तान इकनोमिक कोरिडोर CPEC को बनाने के कार्य में लगे हुए है। कुछ दिनों पहले सीपैक के तहत आने वाले दामू डैम में कार्यरत चीनी इंजीनियर्स से भरी बस को ख्बैर-पख्तूनख्वां में बम धमाका से उड़ा दिया गया था जिसमें चीन के 09 इंजीनियर्स की मौत हो गई थी। हमले में तीन पाकिस्तानी नागरिक भी मारे गए थे. चीन के नागरिकों को सुरक्षा देने में पाकिस्तान नाकाम हुआ है, इसीलिए चीनी नागरिक खुद अपनी सुरक्षा कर रहे हैं।

चीनी नागरिकों की सुरक्षा में लगी हुई है दो सैन्य डिवीज़न

पाकिस्तान की इमरान सरकार ने अपने बड़े भाई चीन को खुश करने के लिए चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए पहले से ही वहां पे दो सैन्य डिवीज़न को लगा रखा है। जिन्हें स्पेशल सिक्योरिटी डिवीजन के नाम से जाना जाता है। दोनों ही डिवीजन में करीब 15-15 हजार सैनिक है। इन डिवीजन के बजट के लिए पाकिस्तान चीन पर निर्भर रहता है। लेकिन पाकिस्तान चीनी इंजीनियर्स और वर्कर्स को ये डिवीज़न फुल-प्रूफ सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुई है।

Related Articles

Back to top button