लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे सहित 14 अन्य के खिलाफ केस दर्ज , हिंसा में 4 किसानों सहित 8 की हुई मौत

यूपी पुलिस ने धारा 302, 120बी और अन्य धाराओं के तहत ये केस दर्ज किया है। लखीमपुर हिंसा में रविवार को 4 किसानों सहित 8 मौत हुई है।

यूपी पुलिस ने धारा 302, 120बी और अन्य धाराओं के तहत ये केस दर्ज किया है। लखीमपुर हिंसा में रविवार को 4 किसानों सहित 8 मौत हुई है। यूपी पुलिस ने लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यूपी पुलिस ने धारा 302, 120बी और अन्य धाराओं में यह केस दर्ज किया है। लखीमपुर हिंसा में रविवार को 4 किसानों सहित 8 मौत हुई है। वहीं मंत्री की ओर से भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। उधर, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वहीं लखीमपुर खीरी रवाना हुईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी हिरासत में लिया गया है।

ANI (एशियन न्यूज इंटरनेशनल ) के मुताबिक, किसानों ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्रा टेनी के खिलाफ लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार को हुई हिंसा को लेकर केस दर्ज कराया है। किसान नेताओं ने ये आरोप लगाया था कि मंत्री के बेटे के काफिले में शामिल वाहनों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचला। जिसके बाद हिंसा और भड़क उठी और 4 किसानों के अलावा काफिले में शामिल चार अन्य लोग भी मारे गए।

लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर पुलिसकर्मियों का भारी सुरक्षा बंदोबस्त दिखा। आपको बता दें कि अखिलेश यादव आज लखीमपुर खीरी रवाना होने वाले थे। वो वहाँ जाकर हिंसा में मारे गए लोगों के पीड़ित परिवारों से मिलने वाले थे। हालांकि पुलिस ने विक्रमादित्य मार्ग स्थित उनके घर के बाहर भारी अमला खड़ा कर दिया है। खबरों के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे और अन्य के खिलाफ हत्या केस दर्ज हुआ है। लखीमपुर खीरी में कार द्वारा किसानों को कथित तौर पर कुचलने के आरोप में यह एफआईआर दर्ज की गई है। लखीमपुर हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गए हैं। हजारों की संख्या में किसान यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में केंद्रीय मंत्रियों का विरोध करने के लिए जमा हुए हैं।

केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने हिंसा के मामले में बेटे के शामिल होने से इनकार किया है। मंत्री का कहना है की घटनास्थल पर मेरा बेटा मौजूद नहीं था। वहां कई उपद्रवी थे , जिन्होंने कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया। अगर मेरा बेटा वहां होता तो जिंदा वापस नहीं लौटता। उन्होंने ने कहा कि उनका बेटा उप मुख्यमंत्री के समारोह स्थल पर था और मैं भी उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही था।

edited by : अदीबा सिद्दीकी

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