बॉलीवुड-ड्रग्स: नशे की लत ने इस एक्टर का कैरियर किया था खराब फिल्मो से धोना पड़ा था हाथ, फिर…

पिछले कुछ समय से संजय दत्त अपने ड्रग अडिक्शन की चर्चा करते हुए बताते हैं कि वह वक्त उनकी जिंदगी का सबसे बुरा वक्त था, जिसमें संजय ने अपनी मां नरगिस दत्त को कैंसर की वजह से खो दिया।

साल 1980 में सुभाष घई ने फिल्म ‘हीरो’ डायरेक्ट की थी. खबरों की मानें तो सुभाष इस फिल्म में संजय को लेना चाहते थे. बताया जाता है कि सुभाष घई संजय दत्त की एक्टिंग के कायल थे, इसी वजह से उन्होंने संजय को फिल्म ‘विधाता’ और ‘हीरो’ के लिए साइन किया था.

एक अखबार से बात करते हुए संजय ने कहा, ‘ड्रग डि-अडिक्शन सेंटर खोलने के लिए हम सरकार से बात कर रहे हैं, अभी अप्रूवल नहीं मिले हैं, जैसे ही हमें इसकी अनुमति मिलती है, सभी चीजें फाइनल कर ली जाएंगी। हमें बेहतर सुविधा और परामर्श देने की जरूरत है।’

संजय ने कहा, ‘मैं चाहूं तो अमेरिका में महंगा इलाज और पुनर्वास सेंटर भी खोल सकता हूं और मेरा परिवार इसका खर्चा भी उठा सकता है, लेकिन जरूरत ये है कि सस्ती और बेहतर सुविधा यहीं मिल सके।’

लेकिन तब तक संजय ड्रग्स के चक्कर में पड़ चुके थे. सुभाष ने जैसे-तैसे फिल्म की शूटिंग खत्म की लेकिन संजय दत्त की देर से आने की आदत से परेशान होकर उन्होंने फिल्म ‘हीरो’ से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.

संजय दत्त के बाद सुभाष घई ने फिल्म ‘हीरो’ में जैकी श्रॉफ को साइन किया. इस फिल्म में दर्शकों ने जैकी को खूब प्यार दिया और जैकी बॉलीवुड के नए स्टार बन गए. फिल्म ‘हीरो’ के गाने और इसकी कहानी फैंस को आज भी याद है.

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