युवा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार कोरोना संकट की आड़ में जनता पर मंहगाई लादने और उनको आर्थिक रूप से परेशान करने में लगी है- समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टी के युवा संगठनों की ओर से आज राजधानी लखनऊ में कानपुर सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पेट्रोल-डीजल के दामों में असाधरण वृद्धि, बढ़ती मंहगाई और भ्रष्टाचार तथा किसानों और नौजवानों के उत्पीड़न के विरोध में प्रदर्शन हुए। नौजवानों का कहना था कि वैश्विक महामारी के इस दौर में मंहगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है परन्तु भाजपा सरकार उस पर लगाम लगाने में असमर्थ है। प्रदेश में जनाक्रोश  फैल रहा है। भाजपा की दमनकारी जनविरोधी नीतियां निंदनीय है।
पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के खिलाफ आज समाजवादी युवा संगठनों के सैकड़ों नौजवानों ने लखनऊ में लोकभवन पर प्रदर्शन किया। लोहिया वाहिनी, यूथ ब्रिगेड और युवजन सभा के नौजवान अपनी सांकेतिक असहमति जताने के लिए ट्रैक्टर के साथ वहाँ गए थे।
समाजवादी युवा संगठनों के नौजवान जैसे ही लोकभवन की ओर चले उन्हें पहले ही रोक लिया गया। युवा तब पेट्रोल-डीजल के दाम कम करो, महिलाओं पर अत्याचार कम करो, मंहगाई कम करो, जनता पर अत्याचार बंद करो के नारे लगा रहे थे।
भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस ने समाजवादी नौजवानों पर, जो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, बेरहमी से हमला कर दिया। नौजवानों को पीटा गया। लाठी चार्ज किया गया। घायल युवा नेताओं का उपचार कराने के बजाय उन्हें गिरफ्तार कर थाने में बंद कर दिया गया। नौजवानों पर झूठे केस भी दर्ज कर दिए गए हैं। पुलिस ने ट्रैक्टर तथा सपा की झंडा लगी कई गाड़ियां भी सीज कर दी।
आज के प्रदर्शन का नेतृत्व युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अरविन्द गिरि, लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष श्री राम करन निर्मल तथा यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनीस राजा ने किया।
युवा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार कोरोना संकट की आड़ में जनता पर मंहगाई लादने और उनको आर्थिक रूप से परेशान करने में लगी है। वह लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण प्रदर्शन को भी कुचलकर अपनी तानाशाही लादने में लगी है। उसका रवैया युवा विरोधी है। नौजवानों पर बर्बरता से लाठीचार्ज करना निंदनीय है। पेट्रोल-डीजल के दाम से किसानों की सिंचाई की लागत बढ़ेगी। परिवहन मंहगा होने से उपभोक्ता वस्तुएं मंहगी होगी। केवल पेट्रोल कम्पनी के अच्छे दिन आएंगे।
युवा संगठनों की ओर से महामहिम राज्यपाल को जिलाधिकारी द्वारा प्रेषित ज्ञापन में मांग की गयी है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई वृद्धि वापस ली जाए, कानपुर शेल्टर होम की घटना की सीबीआई जांच हो, शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच हो, ओवर लैपिंग का अनुपालन हो, गन्ना किसानों का बकाया मूल्य का भुगतान हो, कानून व्यवस्था सुदृढ़ हो, दलित-पिछड़ों व समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं का दमन बंद हो तथा कोरोना महामारी के कारण बेरोजगार नागरिकों को रोजगार उपलबध कराया जाए। लखनऊ में सरोजनी नगर, मलिहाबाद, मोहनलालगंज में भी प्रदर्शन हुए।
कानपुर में भी पेट्रोल-डीजल तथा जनोपयोगी सामानों की मंहगाई में वृद्धि के विरोध में रिक्शा और साइकिल पर बैठकर सांकेतिक प्रदर्शन किया गया। नौजवानों के प्रदर्शन में कानून व्यवस्था तथा मंहगाई, बेकारी का मुख्य मुद्दा था। प्रदर्शनकारियों ने पूछा कि भाजपाई घोषणा का श्रमिक कामगार आयोग कहाँ है? सरकार उन्हें सिर्फ नई-नई योजनाओं का झांसा दे रही है।
समाजवादी युवा संगठनों के नौजवान कार्यकर्ताओं ने आज वाराणसी, प्रयागराज, हरदोई, कन्नौज, हापुड़, बस्ती, देवरिया, रायबरेली, बागपत, अयोध्या, श्रावस्ती, संतकबीरनगर, गोण्डा, शाहजहांपुर, कुशीनगर, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, इटावा, बरेली आदि जनपदों में भी मंहगाई, डीजल मूल्य वृद्धि के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर भाजपा सरकार की जनविरोधी, दमनकारी नीतियों का विरोध किया।

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