बिकरु कांड : फिर सामने आया चौंकाने वाला खुलासा, अब…
बिकरु कांड में भले ही मुख्य अरोपी विकास दुबे मुठभेड़ में मारा जा चुका है लेकिन पूरे मामले पर एक के बाद एक चौकाने वाले खुलासे सामने आ रहे है। शुरुआती दौर से ही विकास दुबे के सरकारी विभागों से साठगांठ की बात सामने आ रही थी। तो अब उन बातों की पुस्टि होती नजर आ रही है।
दरअसल विकास दुबे की शस्त्र लाइसेंस की फाइल कलेक्ट्रेट से गायब है। यही नही विकास दुबे समेत 200 लोगो की फाइलें कलेक्ट्रेट से गायब है। फाइलों के गायब होने के बाद हड़कम मचा हुआ है। हालांकि विभागीय जांच के बाद डीएम के आदेश पर तत्कालीन सहायक लिपिक विजय रावत के खिलाफ कोतवाली में गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है।
दर्ज मुकदमे के अनुसार विकास का शस्त्र लाइसेंस 25 जुलाई 1997 को बना था। और इसकी फ़ाइल तत्कालीन सहायक लिपिक विजय रावत की अभी रक्षा में रखी गयी थी। विजय रावत वर्तमान में एसीएम 2 के रीडर है। बिकरु की घटना के बाद शस्त्र लाइसेंस निरस्त करवाने के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी। जिसके लिए जिसके बाद संबधित फाइलों को उपलब्ध करवाने ले लिए लिखा गया था। लेकिन ये फाइल उपलब्ध नही हो सकी ।
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