बिजनौर के गंगा बैराज का जलस्तर बढ़ने से किसानों की रोज़ी रोटी के पड़े लाले

उत्तराखंड के चमोली में अभी हाल ही में ग्लेशिय के टूटने से जान मॉल की भारी तबाही का मंजर देखने को मिला था गंगा (Ganga) का जल स्तर बढ़ने से हरिद्वार गंगा से 22 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ने से बिजनौर के गंगा बैराज घाट पर भी एक मीटर के करीब पानी चलने से गंगा किनारे सब्ज़ी की खेती करते है।

उत्तराखंड के चमोली में अचानक ग्लेशियर टूटने से मची तबाही के बाद बिजनौर के गंगा (Ganga) बैराज का जलस्तर बढ़ने से गंगा किनारे किसानों की लगी सब्ज़ी की प्लेज में पानी आने से किसानों के सामने रोज़ी रोटी के लाले पड़ते नज़र आ रहे है।

उत्तराखंड के चमोली में अभी हाल ही में ग्लेशियर के टूटने से जान मॉल की भारी तबाही का मंजर देखने को मिला था गंगा (Ganga) का जल स्तर बढ़ने से हरिद्वार गंगा से 22 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ने से बिजनौर के गंगा बैराज घाट पर भी एक मीटर के करीब पानी चलने से गंगा किनारे सब्ज़ी की खेती करते है।

ऐसे में किसानों की सब्ज़ी की खेती में पानी आने से चिंता की लकीरे साफ तौर से देखी जा सकती है।वही किसानों की माने तो ज़्यादा पानी आने पर सब्ज़ी की फसल पूरी तरह से चौपट हो जाएंगी।

 

रिपोर्ट:- फैसल खान बिजनौर

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