बिजनौर :मुख्यमंत्री के दावे फेल, अस्पताल में नहीं मिल रहा लोगों को इलाज

उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लाख दावे करें। लेकिन जमीनी हकीकत में मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है।

उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लाख दावे करें। लेकिन जमीनी हकीकत में मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। मरीजों के परिजनों का साफ तौर से आरोप है कि ना तो यहां कोई मेडिकल स्टाफ है, ना तो कोई ऑक्सीजन की सुविधा है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग का कोई भी डॉक्टर या कर्मचारी किसी को कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। वहीं मृतक के परिजन लगातार अपने मरीजों को बचाने के लिए अस्पताल के अंदर बचाने के लिए खुद ही काम कर रहे हैं।

बिजनौर जिला अस्पताल के एल 2 वार्ड में कोविड-19 का इलाज किया जा रहा है। लेकिन समय से ऑक्सीजन और अन्य सुविधाएं न मिलने के कारण मरीजों के परिजनों का हाल बेहाल है। बिजनौर के डीएम रमाकांत पांडे व सीएमओ विजय कुमार यादव इन तस्वीरों को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

परिजनों की मानें तो अस्पताल में ना तो कोई डॉक्टर है ना ही कोई सुविधा है। कल रात से एडमिट मरीजों को देखने के लिए कोई भी डॉक्टर अस्पताल में नहीं है। इसके बावजूद मरीज के परिजन खुद ही मरीजों को बचाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं। अगर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बात की जाए तो स्वास्थ्य महकमा पूरी तरीके से बरहाल दिखाई दे रही हैं।

मरीजों के परिजनों का साफ तौर से आरोप है कि किसी भी मरीज को कोई भी इलाज नहीं मिल रहा है। मरीज के परिजन अस्पताल परिसर में रोने और गिड़गिड़ाने को मजबूर हैं। लेकिन उसके बावजूद भी स्वास्थ्य महकमा उनकी कोई भी सुध नहीं ले रहा है। आला अफसरों से भी मीडिया द्वारा पता किए जाने पर ना तो फोन उठाए जा रहे हैं ना तो सोशल मीडिया पर किसी तरह की कोई बाईट डालवाई जा रही है। इन तस्वीरों से साफ जाहिर होता है की प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भले ही लाख दावे करें लेकिन यह सब दावे निराधार साबित हो रहे। ऐसे में लगातार जनपद में कोरोना मरीजों की मौत का मामला भी बढ़ता जा रहा है।

रिपोर्ट:-फैसल खान बिजनौर

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