बीजेपी में जाने के कयासों को लेकर कैप्टन अमरिंदेर सिंह का बड़ा बयान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के एक दिन बाद कैप्टन अमरिंदेर सिंह ने मीडिया को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, "अभी तक मैं कांग्रेस में हूं लेकिन कांग्रेस में नहीं रहूंगा। मैं इस तरह का व्यवहार नहीं सहन कर पाऊंगा।"

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के एक दिन बाद कैप्टन अमरिंदेर सिंह ने मीडिया को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, “अभी तक मैं कांग्रेस में हूं लेकिन कांग्रेस में नहीं रहूंगा। मैं इस तरह का व्यवहार नहीं सहन कर पाऊंगा।”

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी कयासों को पूर्णविराम देते हुए उन्होंने सभी बातों को साफ किया है कि वह BJP में नहीं जा रहे हैं , लेकिन साथ ही स्पष्ट तौर पर कहा कि वो कांग्रेस में भी नहीं रहेंगे। मीडिया से खास बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह जल्द ही कांग्रेस छोड़ने वाले हैं। उन्हें काँग्रेस पार्टी में अपमानित किया जा रहा है और उनसे ये अपमान सहन नहीं होता, इसलिए वो जल्द ही काँग्रेस पार्टी छोड़ देंगे ये तो सुनिश्चित है। कैप्टन ने उन अटकलों पर मुहर लगा दी जो 18 सितंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के लिए मजबूर किए जाने के बाद लगाई जा रही थीं की वो काँग्रेस छोड़ कर अब बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। इसी बीच आपको बता दें की कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस हटा दिया है।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के एक दिन बाद कैप्टन ने मीडिया को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, “अभी तक मैं कांग्रेस में हूं लेकिन कांग्रेस में नहीं रहूंगा। मैं इस तरह का व्यवहार नहीं सहन कर पाऊंगा जैसा काँग्रेस में मेरे साथ किया जा रहा है।” कैप्टन ने साथ ही कहा कि 50 साल बाद मेरी विश्वसनीयता पर काँग्रेस द्वारा संदेह किया जा रहा है। यह मेरे लिए काफी अपमानजनक और असहनीय है। संकटग्रस्त काँग्रेस पार्टी से एक और बड़े नेता के बाहर निकलने के संकेतों के बीच कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह से संपर्क किया है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी और कमलनाथ अब कैप्टन अमरिंदर सिंह को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं ,लेकिन कैप्टन, जो मंगलवार से दिल्ली में हैं, उन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ किसी भी तरह की बैठक की इच्छा नहीं जताई है क्योंकि वह “दूसरे पक्ष” के नेताओं के साथ बैठकें करने में मशरूफ़ हैं।

 

कैप्टन सिंह ने आज सुबह ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच पंजाब सीमा पर सुरक्षा हालात और राज्य में राजनीतिक संकट पर चर्चा हुई है। 18 सितंबर को पंजाब का मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद कैप्टन ने कांग्रेस को कोर पर रखते हुए अपनी मंशा स्पष्ट तौर पर जाहिर नहीं की थी कि उनका अगला कदम क्या होगा, लेकिन अब काँग्रेस को छोड़ने कि बात और बीजेपी में न शामिल होने की बात कह कर उन्होंने आगे की तस्वीर साफ कर दी है।

edited by : अदीबा सिद्दीकी

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