अब सड़कों पर उतरा RSS से जुड़ा किसान संगठन, MSP को लेकर हाईवे किया जाम, सरकार की हलक सूखी

राष्ट्रीय स्वयं सेवक से जुड़े भारतीय किसान संघ (BKS) ने मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर और उज्जैन संभाग के किसान सड़क पर उतरे हैं।

पिछले 20 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसान सड़कों पर अपना डेरा जमाए हुए हैं। उनकी मांग है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों नए कृषि कानून वापस लिए जाएं। सरकार संशोधन करने को तैयार है लेकिन कानून वापस नहीं लेना चाहती। जिसकी वजह से किसानों और सरकार के बीच लगातार तनातनी चल रही है। दोनों ओर से अपना पक्ष रखते हुए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है। अब इसी कड़ी में RSS से जुड़े किसान संगठन भी सड़कों पर उतर आए हैं।

पहली बार किया सार्वजनिक प्रदर्शन

बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक से जुड़े भारतीय किसान संघ (BKS) ने मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर और उज्जैन संभाग के किसान सड़क पर उतरे हैं। उन्होंने कपास-मक्का की फसलों को लेकर एमएसपी नहीं मिलने के खिलाफ अपना विरोध जताया। हालांकि ये लोग दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ सम्मिलित नहीं हैं। संघ से जुड़े किसानों ने पहली बार एमएसपी को लेकर सार्वजनिक प्रदर्शन किया है।

दो राजमार्ग किए जाम

BKS द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर लेकर देशभर में किसानों की स्थिति को लेकर राजनीति गर्मा गई है। भारतीय किसान संघ का यह आयोजन धार जिले के खलघाट में राष्ट्रीय राजमार्ग आगरा-मुम्बई रोड और खंडवा जिले के छैंगावमाखन में इंदौर-इच्छापुर स्टेट हाईवे पर किया गया। प्रदर्शन कर रहे किसानों की मानें तो, कपास उत्पादन के लिए विख्यात इस क्षेत्र के किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिसके कारण मजबूरन अपनी फसल को एमएसपी से नीचे बेचना पड़ रहा है।

ये है मांग

BKS के उपाध्यक्ष दयाराम पाटीदार ने एक संवाददाता से बातचीत में बताया कि, यह आंदोलन अभी समाप्त नहीं किया गया है, बल्कि स्थगित किया गया है। यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती तो इससे भी बड़ा आंदोलन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि, मक्का की फसल भी सरकार एमएसपी पर खरीदे। अभी तक मक्का की फसल एमएसपी पर नहीं खरीदी जाती है। किसानों के आंदोलन को देखते हुए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।

Related Articles

Back to top button