Bareilly: सपा कार्यकर्ता नसीम अहमद का बहेड़ी गांव में हुआ जोरदार स्वागत
जिले के बहेड़ी मे सपा नेता व संभावित प्रत्याशी नसीम अहमद का ग्राम अर्सियबोझ पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा ज़ोरदार स्वागत किया गया।
बरेली (Bareilly)। जिले के बहेड़ी मे सपा नेता व संभावित प्रत्याशी नसीम अहमद का ग्राम अर्सियबोझ पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा ज़ोरदार स्वागत किया गया। बरेली (Bareilly) में आयोजित जनसभा के दौरान सपा नेता नसीम अहमद ने मौजूदा मंत्री व पूर्व मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ने अपने अपने कार्यकाल में जनता के ऊपर झूठे मुकदमे लगवाये हैं। उनकी ज़मीनों पर अवैध कब्जे किये हैं। अपने गुर्गों को खनन का कार्य अवैध रूप से करवाया गया है।
यहाँ तक कि बरेली (Bareilly) के सरकारी तालाबों को भी अपने नाम फ़र्ज़ी रजिस्ट्री कराइ है इसके अतिरिक्त दोनों ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया तथा अपनी अपनी जेब भरने का काम किया है। इसका जीत जागता उदाहरण तहसील के पास करोड़ों रुपए की कोठी खरीदना व बहेडी स्टोन क्रेशर का निर्माण,रिछा में पेट्रोल पंप एवम रामलीला गेट से लेके वन विभाग की चौकी तक अवैध कब्जा व गरीबों की ज़मीन पर जबरन कब्ज़ा करना व उन ज़मीनों को ऊंचे दामों पर बेंचना आदि शामिल है।
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बहीं भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए सपा नेता नसीम अहमद ने कहा कि प्रधानमंत्री को 1 साल बाद किसानों की याद आयी है और देश के नाम संबोधन में तीनों काले कृषि कानून आने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में तीनो कानून खत्म करने की बात की लेकिन कहीं भी अपने वक्तव्य में उन्होंने एम एस पी की गारंटी की बात नहीं की न ही पिछले 1 साल से लगातार आंदोलन में शहीद हुए किसानों को मुआवजा देने की बात नहीं की दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री के पुत्र व उसके साथियों ने लखीमपुर में जो किसानों को कुचला था उन पर भी कोई कार्यवाही की बात नहीं की लग रहा है।
प्रधानमंत्री ने केवल ये चुनाव में हारने की वजह से ये घोसड़ायें की हैं तथा भाजपा की उपचुनाव में हार व भाजपा का ग्राफ गिरने की वजह से ये किया गया है इसी क्रम में पिछले दिनों डीज़ल व पेट्रोल के दाम घटाने से इसकी शुरुआत की गई थी व इस दौरान सपा नेता व संभावित प्रत्याशी नसीम अहमद ने ये मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसानों को एम एस पी की लिखित में गारंटी दें और जो किसान इस आंदोलन के दौरान शहीद हुए हैं उनको शहीद का दर्जा दिया जाय व प्रत्येक परिवार में से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाय। साथ साथ जो आम जनता महंगाई की मार झेल रही है।
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