बागपत: खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर SP को कॉल करने वाले दो गिरफ्तार

खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर एसपी बागपत को फोन पर हड़काने वाले एक शख्स ओर उसके एक साथी को पुलिस ने धरदबोचा है।

खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर एसपी बागपत को फोन पर हड़काने वाले एक शख्स ओर उसके एक साथी को पुलिस ने धरदबोचा है। जी हां, मामला जनपद बागपत का है। जहाँ दो दिन पूर्व एसपी बागपत को एक व्यक्ति ने फोन किया था और उसने खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताया था और छपरौली थाने में बंद कुख्यात सुनील राठी के ममेरे भाई को छुड़ाने की बात कही थी और एसपी से कहा था कि आपने उसे किस धारा ओर किस जुर्म में बंद किया है उसे छोड़ दो , जिसके बाद उसपर शक होने पर एसपी के आदेशों पर पुलिस ने सर्विलांस व मुखबिर की सूचना के बाद कोतवाली बागपत पुलिस ने राष्ट्रवंदना चौक से मेरठ बस स्टेंड से आरोपी फर्जी जज खालिद व उसके सहयोगी समय सिंह को मै मोबाइल फोन के गिरफ्तार किया है।

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पकड़े गए आरोपी खालिद ने पुलिस को बताया कि 10 फरवरी को उसकी बात जमाल अफसर जो कि खुद को अपना दल का नेता प्रदेश अध्यक्ष कहता है और उसने बताया रविन्द्र निवासी कुरड़ी को छपरौली पुलिस ने पिस्टल के साथ बन्द कर रखा है और अगर हम उसे छुड़ा लेंगे तो कुछ मिल जाएगा ओर तुम तो अधिकारियों से बात करने में मास्टरमाइंड हो और एसपी से बात करो कि जो रविन्द्र छूट जाए। फिर में मेने अपना दिमाग लगते हुए समय सिंह का फोन से एसपी को फोन मिलवाकर समय सिंह से कहलवाया कि सुप्रीम कोर्ट के जज साहब बात करना चाहते हैं ओर फिर उसने फोन मुझे दे दिया ।फिर मेने एसपी बागपत से कहा की में सुप्रीम कोर्ट का जज बोल रहा हूँ ओर जो रविन्द्र को छपरौली थाने में किस किस मामले में  बंद कर रखा है उसका क्या दोष है उसे छोड़ दीजिए ।ओर मेने ये काम अपने निजी लालच में आकर किया है ऐसा काम एक दो बार ओर कर चुका हूँ ओर हमारा काम हो जाता है ।फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों फर्जी जज खालिद पुत्र याकूब अली निवासी तालवी जनपद मुजफ्फरनगर व उसके साथी समय सिंह पुत्र रामभजन निवासी दुहाई जनपद गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है

वहीं सीओ बागपत ने बताया कि पुलिस अधीक्षक महोदय बागपत के सरकारी सीयूजी नम्बर पर एक कॉल आई थी जिसमे उनके द्वारा ये बताया गया था कि में सुप्रीम कोर्ट का जज बोल रहा हूँ। ओर छपरौली थाने में जो आर्म्स एक्ट में बंद था उसको आपने किस धारा ओर किस जुर्म में बंद किया है  उसको छोड़ दीजिए । तो उसकी लैंगुएज से भाषा से ये महसूस हुआ कि ये आदमी फर्जी बोल रहा है और ये आदमी माननीय सुप्रीम कोर्ट का जज नही हो सकते हैं इसपर तत्काल इन्क्वारी की गई इस नम्बर को ट्रेस किया गया और नम्बर से पता करने के बाद इसको तलाश किया गया और आज सुबह मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि जिस आदमी की तलाश की जा रही थी वो मेरठ बस स्टैंड राष्ट्र वंदना चौक पर है और वह भागने की फिराक में है ओर तत्काल उसकी पुलिस द्वारा पकड़ा गया उनके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ जिससे उनके द्वारा फर्जी कॉल की गई थी ओर इनसे पूछताछ की जा रही है इनका कनेक्शन पता किया जा रहा है ओर दोनों को पकड़कर जेल भेजा जा रहा है विधिक कार्रवाई की जा रही है ।रविन्द्र से इनका ये बताया जा रहा है कि अपना दल का एक नेता जमाल असरफ बताते हैं उसका साथी खालिद है ओर खालिद के फोन से कॉल की गई थी ओर खालिद का उसके साथ मे एक सपोर्टर टाइप में ये समय सिंह है।

रिपोर्ट- अजय त्यागी

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