Health tips : दिल की समस्यायों के लिए फायदेमंद है ,आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
अगर आप अपने दिल को अच्छा रखना चाहती हैं, तो एक्सपर्ट की सलाह लेकर इन आयुवेर्दिक जड़ी-बूटियों को ले सकती हैं।
दिल के लिए अच्छी हो सकती हैं ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
अगर आप अपने दिल को अच्छा रखना चाहती हैं, तो एक्सपर्ट की सलाह लेकर इन आयुवेर्दिक जड़ी-बूटियों को ले सकती हैं।
चल रही गतिहीन जीवन शैली में, बिना एक्सरसाइज और अनुचित आहार के आलसी रवैये के आदी होने की संभावना बहुत अधिक होती है। अध्ययनों के अनुसार, 40 से कम उम्र के लोगों को हार्ट अटैक पड़ने का अनुपात पिछले 10 वर्षों से हर साल 2 प्रतिशत बढ़ रहा है।
जब व्यक्ति के 18 वर्ष की आयु से हार्ट रोगों को रोकने की बात आती है, तो चिकित्सा की पारंपरिक प्रथा आयुर्वेद अत्यधिक प्रभावी है। आयुर्वेद के अनुसार, प्रकृति के आधार पर – कफ, पित्त, वात, विभिन्न प्रकार के अनुसार आपको हार्ट हेल्थ के लिए खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। दिल को अच्छा रखने के लिए निम्न प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां हमारे लिए अच्छी हो सकती हैं |
अर्जुन की छाल
मजबूत एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ अर्जुन की छाल हाई कोलेस्ट्रॉल के लेवल को मैनेज करने में बहुत फायदेमंद होती है। यह गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार कर सकती है। यह वात प्रकृति वाले लोगों के लिए अच्छी हो सकती है। और इसके सेवन से दिल के रोग व खांसी जुकाम में भी बहुत फायदेमंद होती है |
पपीता
दिल की सेहत के लिए एक आसान घरेलू उपाय ‘पपीते’ के फल का सेवन रोजाना करना चाहिए। यह फल एंटीऑक्सीडेंट विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-ई से भरपूर होता है। यदि कोई व्यक्ति एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर डाइट लेता है, तो यह हार्ट रोग के जोखिम को काफी कम कर सकता है। और यह हमारी पाचन क्रिया को भी सही रखता है |
एंटीऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को रोकते हैं। जब कोलेस्ट्रॉल ऑक्सीकृत हो जाता है, तब यह अवरोध पैदा करने की अधिक संभावना रखता है, जिससे हार्ट रोग होता है।
दालचीनी
दालचीनी (कफ प्रकृति वाले लोगों के लिए दालचीनी) हर भारतीय किचन में पाया जाने वाला एक और बहुत ही सामान्य, लेकिन शक्तिशाली मसाला है। यह थक्कारोधी के रूप में काम करता है, ब्लड प्रेशर को भी कम कर सकता है और अर्थराइटिस और अन्य सूजन के कारण होने वाली समस्याओं से राहत देता है। दालचीनी का सेवन अच्छी नींद के लिए भी किया जाता है व हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी किया जाता है | दालचीनी के सेवन से बाल लम्बे व मजबूत होते है और त्वचा भी अच्छी हो जाती है |
दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए भी दालचीनी का सेवन सुबह गर्म पानी के साथ करना फायदेमंद होता है।
अश्वगंधा
वात प्रकृति के लोगों के लिए अनुशंसित अश्वगंधा या भारतीय जिनसेंग फायदेमंद हो सकता है। छोटे हल्के हरे फूल, साधारण पत्ते और लाल बेरीज के साथ यह एक काफी छोटी झाड़ी है। अश्वगंधा के ज्यादातर फायदे जड़ और पत्तियों से मिलते हैं। चाय में पत्तियों का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
एक अध्ययन के अनुसार, अश्वगंधा ने लंबे समय तक तनाव में रहने वाले वयस्कों में 60 दिनों में कोलेस्ट्रॉल लेवल को औसतन 17 प्रतिशत तक कम किया। यह शरीर में कोर्टिसोल के लेवल को भी कम करता है, जो तनाव हार्मोन है। अश्वगंधा का सेवन डायबटीज़ को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है तथा लीवर की सूजन की समस्या को कम करने के लिए भी किया जाता है और इसका सेवन कैंसर से बचाओ के लिए भी किया जाता है,इसी तरह अन्य तरह के फायदे के लिए किया जाता है
आप भी इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों लेकर अपने दिल को हेल्दी रख सकतें हैं। लेकिन इन्हें लेने से पहले एक बार एक्सपर्ट से जरूर पूछ लें क्योंकि हर किसी का शरीर जड़ी-बूटियों के प्रति अलग तरह से प्रतिक्रिया करता है। जरूरी नहीं, जो जड़ी-बूटी किसी एक के लिए अच्छी है, वह दूसरे के लिए भी उसी तरह से काम करें।
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