लखनऊ- अवध बार एसोसिएशन हाईकोर्ट लखनऊ की हुई विजय, फिजिकल हियरिंग होगी प्रारंभ…

लखनऊ- अवध बार एसोसिएशन हाईकोर्ट लखनऊ की हुई विजय, फिजिकल हियरिंग होगी प्रारंभ...

Awadh Bar Association physical hearing will start High Court Lucknow:- लखनऊ. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे अवध बार एसोसिएशन हाईकोर्ट लखनऊ की विजय हुई है। एसोसिएशन की सभी मांगे पूरी हो गई हैं। हाईकोर्ट लखनऊ में फिजिकल हियरिंग प्रारंभ होगी।

Awadh Bar Association physical hearing will start High Court Lucknow:- 

अवध बार एसोसिएशन हाईकोर्ट लखनऊ की हुई विजय।

एसोसिएशन की सभी मांगों के आधार पर हाईकोर्ट लखनऊ में फिजिकल हियरिंग होगी प्रारंभ।

आगामी 07-09-2020 से फिजिकल हियरिंग की जाएगी प्रारंभ।

वीडियो कान्फ्रेंसिग सिस्टम को 50 एम.बी.पी.एस. पर अपग्रेड किया गया।

माननीय मुख्य न्यायाधीश ने सर्वर की क्षमता 100 एम.बी.पी.एस. करने हेतु धनराशि स्वीकृत की।

वीडियो कान्फ्रेंसिग सिस्टम की स्पीड ब्रेक होने से अधिवक्ता नहीं कर पा रहे थे मुकदमों की पैरवी।

माननीय मुख्य न्यायाधीश महोदय ने वीडियो कान्फ्रेंसिग लिंक में उपस्थित न हो पाने की स्थिति में कोई प्रतिकूल आदेश न करने का आदेश किया जारी।

अवध बार एसोसिएशन ने अपने कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव लिया वापस।

अधिवक्ता 27-08-2020 से हाईकोर्ट लखनऊ में शुरू करेंगे कार्य सर्वसम्मति से प्रास्ताव हुआ पारित।

लखनऊ बेंच के वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का किया था ऐलान

  • आपको बता दें, कोरोना महामारी की वजह से लोगों की आम जिंदगी पर तो असर पड़ा ही है।
  • साथ ही लोगों के काम करने के तरीकों में भी काफी बदलाव हुआ है।
  • जो काम कल तक भौतिक रूप से हो रहे थे।
  • उनकी जगह आज ऑनलाइन जमाने ने ले ली है।
  • फिर चाहे शिक्षा की बात हो, ऑफिस में काम करने का तरीका हो या फिर कोर्ट में मामलों की सुनवाई।
  • इन सभी क्षेत्रों में मौजूदा समय में ज्यादातर काम ऑनलाइन तरीके से ही निपटाए जा रहे हैं।
  • हालांकि कोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई होना अब वकीलों को रास नहीं आ रहा है।
  • यही वजह है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया था।

वकीलों को काफी दिक्कतों का करना पड़ रहा था सामना

अवध बार एसोसिएशन की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया था। जिसमें कई मांगों को उठाया गया था। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर अवध बार एसोसिएशन के महामंत्री शरद पाठक का कहना था कि कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बहस के होने से वकीलों को काफी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था एक तो ज्यादातर वकीलों के पास ऑनलाइन बहस के लिए उपयुक्त संसाधन नहीं उपलब्ध हैं।

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