भारत रत्न पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर अन्तर्महाविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन

भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 96वीं जयन्ती की पूर्व संध्या पर नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम डिग्री कॉलेज, सुरेन्द्र नगर, लखनऊ में अटल जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित अन्तर्महाविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया

भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 96वीं जयन्ती की पूर्व संध्या पर नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम डिग्री कॉलेज, सुरेन्द्र नगर, लखनऊ में अटल जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित अन्तर्महाविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसके पुरुस्कार वितरण समारोह का शुभारंभ जलशक्ति मंत्री डॉ० महेंद्र सिंह, महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। इस कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ सहित विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र/छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले अलंकृत श्रीवास्तव सरदार भगत सिंह डिग्री कॉलेज, द्वितीय स्थान दिव्याशु मिश्रा लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ तथा तृतीय स्थान देवांश दीक्षित नेशनल पी॰जी॰ कॉलेज को मंत्री महेंद्र सिंह और महापौर संयुक्ता भाटिया ने मेडल, प्रशस्ति पत्र और पुरुस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित किया।

इस मौके पर मंत्री महेंद्र सिंह जी ने अटल जी(atal bihari) के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके सड़क से संसद तक की यात्रा का वर्णन किया। विधायक सुरेश श्रीवास्तव जी ने उनकी अद्भुत कार्यशैली पर प्रकाश डाला। इसी क्रम में अटल जी की प्रतिछाया की अनुभूति निरन्तर होते रहने एवं उनके साहित्यिक अवदान एवं कुशल प्रशासनिक क्षमता पर प्रकाश डाला।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महापौर लखनऊ संयुक्ता भाटिया ने कहा कि राजनीति में मूल्यों और आदर्शो को प्राथमिकता देकर राष्ट्रधर्म का पालन करने वाले, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी(atal bihari) वाजपेयी जी की छवि आम जनमानस में ऐसी थी, जिस पर कोई भी आंख मूंद कर विश्वास कर सकता था।उनसे जुड़ी यादें लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासी महफ़िलों को गमगीन कर देती है। महापौर ने आगे कहा कि लखनऊ अटल जी की कर्मभूमि रही है। लखनऊ अटल जी का था, है और रहेगा। यहाँ गलियों, चौराहों, पार्को, दुकानों से लेकर सियासी गलियारों तक अटल जी से जुड़े किस्से और कहानियाँ मशहूर है।

महापौर लखनऊ संयुक्ता भाटिया ने अटल जी(atal bihari) से जुड़े अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व कार्यकर्ताओं का विकास कर उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करने वाला था। अटल जी ने हमेशा कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया व समय समय पर उनको मार्ग दर्शन दिया है। ऐसा ही मेरा साथ भी हुआ जब अटल जी ने मुझे सामाजिक कार्यों की ए०बी०सी०डी० सिखाते हुए नेतृत्व और सामाजिक कार्यो का नया मन्त्र दिया था। बात उस समय की है जब श्रद्धेय अटल जी लखनऊ के सांसद हुआ करते थे, आलमबाग की एक प्राइवेट कॉलोनी की सड़के उस समय बहुत ही जर्जर अवस्था में थी। पति स्वर्गीय भाटिया जी (तत्कालीन विधायक) के बीमार होने के कारण मैं स्वयं अटल जी से सड़क बनवाने का अनुरोध लेकर मिलने गई थी, तो उन्होंने नई दिशा प्रदान करते हुए सड़क बनवाने हेतु समाज से एकत्रीकरण करने का मंत्र देते हुए कहा कि जितना धन तुम समाज से एकत्र करोगी, उतना ही मैं अपनी सांसद निधि से सड़क बनवाने के लिए भी दूंगा, क्योंकि उनका मानना था कि विकास के कार्यों में सामाजिक भागीदारी भी होनी चाहिए। उनके दिए हुए इस मंत्र को आशीर्वाद स्वरूप लेते हुए मैंने अपने पति स्वर्गीय भाटिया जी के मार्गदर्शन में टोलियां बनवाकर उस समय करीब 6 लाख रुपए समाज से एकत्र किए, साथ ही अटल जी ने शाबाशी देते हुए अपनी सांसद निधि से भी सड़क के लिए 6 लाख रुपये दिए थे। उक्त रोड के उद्घाटन के अवसर पर अटल जी ने इस उपक्रम की जमकर तारीफ की थी।

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महापौर ने आगे बताया कि अटल जी(atal bihari) कार्यकर्ताओं की व्यक्तिगत चिंता करते थे, कई अवसर ऐसे आये जब अटल जी ने प्रोटोकॉल तोड़ कर मित्रता निभाने का उदाहरण दिया। ऐसा ही एक क्षण था जब 25 सितंबर 1996 को मेरे पति स्वर्गीय भाटिया जी के निधन की दुखद घड़ी में अटल जी ने मुझे फ़ोन कर एक घंटे उनका इंतजार करने को कहा और लगभग घंटे भर बाद वो दिल्ली से लखनऊ आकर इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़े थे। वह पूर्व प्रधानमंत्री रहते हुए अंतिम यात्रा में पैदल सिंगार नगर स्थित हमारे निवास स्थान से VIP रोड स्थित शमशान घाट तक सिक्योरिटी और प्रोटोकॉल को दरकिनार कर पैदल चले थे एवं अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम समय तक रुके थे। मुझे अच्छे से याद है कि जब सिक्यूरिटी इंचार्ज ने उनसे गाड़ी में बैठने को कहा तो अटल जी ने उसे जवाब देते हुए कहा था कि “दिल्ली से मै यहाँ गाड़ी में बैठने नहीं आया हूँ”।

महापौर ने आगे बताया कि अटल बिहारी(atal bihari) वाजपेयी नगर निगम डिग्री कॉलेज को अटल जी के नाम के अनुरूप विकसित करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि इस महाविधालय को श्रद्धेय अटल बिहारी(atal bihari) जी के नाम के अनुरूप विकसित करने के लिए हम प्रतिबद्ध है, महाविद्यालय के पूर्ण विकास हेतु पदों के पुनर्गठन और नए विभागों को बनाये जाने के लिए हमने प्रस्ताव को पास कर दिया है। नए क्लासरूम और हॉल विकसित करने के लिए धनराशि की व्यवस्था की जाएगी।

इस मौके पर विद्यालय के विकास के लिए जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने विद्यालय के पूर्ण विकास में हर संभव सहायता के लिए आश्वस्त किया। इस मौके पर डॉ. महेन्द्र सिंह मंत्री जलशक्ति यूपी सरकार, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, सुरेश श्रीवास्तव विधायक, रामकुमार शुक्ला पूर्व विधायक, सर्वेश द्विवेदी निदेशक राष्ट्रधर्म पत्रिका, डॉ. अर्चना द्विवेदी अपर नगर आयुक्त, प्राचार्य डॉ. सुभाष चन्द्र पाण्डेय, आलोक सिन्हा और अजय जोशी उपस्थित रहें।

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