12 साल की उम्र में अभिमन्यु मिश्रा ने रचा इतिहास, बने शतरंज की दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर

बुधवार को भारतीय मूल  के अमेरिका  में रहने वाले अभिमन्यु मिश्रा  शतरंज के इतिहास  में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर न गए हैं। दरअसल अभिमन्यु ने भारत के जीएम लियोन को हराया था। वहीं इससे पहले ये खिताब रुस के सर्गेई कर्जाकिन के नाम था जिसे अभिमन्यु ने छीन लिया है।

हाल ही में बुडापेस्ट में आयोजित ग्रैंडमास्टर टूर्नामेंट में भारतीय ग्रैंडमास्टर लियोन मेनडोंका को हराकर यह उपलब्धि हासिल की है । टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में अभिमन्यु ने कहा कि लियोन के खिलाफ मुकाबला मुश्किल था पर आखिर में उन्होंने जो गलती की, उसका मुझे फायदा मिला। मैंने उन गलतियों का अच्छे से इस्तेमाल किया।

जीत के साथ ग्रैंड मास्टर बनने की उपलब्धि हासिल कर अभिमन्यु बहुत खुश हैं।इसके बाद अप्रैल और मई में अभिमन्यु ने दो नॉर्म्स हासिल किए। जून महीने के आखिर में मिश्रा को ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने में सफलता मिल गई.

अभिमन्यु की इस जीत के पीछे उनके पिता का बड़ा हाथ है । अभिमन्यु के पिता न्यूजर्सी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं । उन्होंने फैसला लिया था कि उनका बेटा यूरोप जाकर ग्रैंडमास्टर टूर्नामेंट खेलेगा।

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