लखनऊ : हाथरस पुलिस का एक और झूठ उजागर,एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर लगाया ये आरोप
एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने हाथरस पुलिस द्वारा पीडिता के नाम व पहचान के सार्वजनिक होने के मामले
एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने हाथरस पुलिस द्वारा पीडिता के नाम व पहचान के सार्वजनिक होने के मामले में कोई कार्यवाही नहीं करने तथा झूठ बोलने का गंभीर आरोप लगाया है।
नूतन ने कहा कि उन्होंने 29 सितम्बर 2020 को सोशल साइट्स पर पीडिता, फोटो, विडियो आदि प्रसारित किये जाने तथा उसके नाम से विभिन्न हैशटैग चलाये जाने के मामले में थाना चंदपा, हाथरस को शिकायत भेज कर एफआईआर दर्ज करने तथा इन्हें सोशल मीडिया एवं इन्टरनेट से अविलंब हटवाये जाने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि धारा 228ए आईपीसी के अनुसार रेप पीडिता की पहचान का प्रकटीकरण दंडनीय अपराध है तथा सुप्रीम कोर्ट ने भी निपुण सक्सेना केस में स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी स्थिति में रेप पीडिता की पहचान नहीं उजागर की जाये। कोई कार्यवाही नहीं होने पर उन्होंने 30 सितम्बर को दुबारा इस संबंध में शिकायत भेजी लेकिन हाथरस पुलिस ने आज तक इसपर कोई कार्यवाही नहीं की है. इतना ही नहीं, हाथरस पुलिस ने मीडिया को झूठ कहा है कि उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने आज पुन: शिकायत भेजते हुए तत्काल एफआईआर एवं सोशल मीडिया एवं इन्टरनेट से उस युवती के नाम, फोटो, विडियो आदि को अविलंब हटवाये जाने की मांग की है।
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